Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 04:19 AM
शहर में हजारों की संख्या में आवारा घूम रहे कुत्तों के कारण कई लोगों की अकाल मृत्यु हो चुकी है परन्तु अकाली-भाजपा...
जालंधर(खुराना): शहर में हजारों की संख्या में आवारा घूम रहे कुत्तों के कारण कई लोगों की अकाल मृत्यु हो चुकी है परन्तु अकाली-भाजपा सरकार पिछले लगातार 10 साल इस मामले में लोगों को लारे लगाती रही।
अब गठबंधन के मेयर सुनील ज्योति का कार्यकाल समाप्त होने के किनारे है और आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने हेतु जालंधर में डॉग कम्पाऊंड भी लगभग तैयार है जहां कुत्तों की नसबंदी के सारे प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। निगम यह प्रोजैक्ट पशुपालन विभाग के साथ मिलकर चलाने जा रहा है, जिसमें स्वयंसेवी संस्थाएं भी अपना सहयोग देंगी। इस प्रोजैक्ट के तहत निगम की नंगल शामां में पड़ी खाली भूमि में 50 लाख रुपए से ज्यादा की लागत से डॉग कम्पाऊंड तैयार किया गया है।
निगम इस डॉग कम्पाऊंड के उद्घाटन की घोषणा कई बार कर चुका है परन्तु अब केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी के हस्तक्षेप के चलते यह प्रोजैक्ट थोड़ा और लटक जाने की सम्भावना है क्योंकि मेनका गांधी ने पूरे पंजाब में निगमों द्वारा चलाए जा रहे ऐसे प्रोजैक्टों पर नाखुशी व्यक्त करते हुए जालंधर के मेयर सुनील ज्योति को व्यक्तिगत रूप से कई फोन करके फूल प्रूफ तरीके से इस प्रोजैक्ट पर काम करने हेतु निर्देश दिए हैं जिनमें साफ कहा गया है कि पूरा प्रोजैक्ट उनकी हिदायतों के अनुसार चलाया जाए।
मेनका गांधी का तर्क है कि नसबंदी से पूर्व कुत्तों को पकडऩे का तरीका क्रूरतापूर्वक नहीं होना चाहिए और इस कार्य के लिए उन्हें जहां से उठाया जाए वहीं वापस छोडऩा सुनिश्चित किया जाए। कुत्ते को पकडऩे से लेकर उनकी नसबंदी करने वाले डाक्टर, स्टाफ व आप्रेशन के बाद कुत्तों की देखभाल करने वाले कर्मचारी सभी पूर्णतया प्रशिक्षित होने चाहिएं। मेनका गांधी ने निर्देश दिए हैं कि इस प्रोजैक्ट को चलाने वाले अधिकारी व कर्मचारी देहरादून में चल रहे ऐसे प्रोजैक्ट को देख कर आएं जो बिल्कुल सही तरीके से कार्य कर रहा है।