Edited By Vatika,Updated: 02 Jun, 2020 11:13 AM
रोटी-रोज़ी की तलाश में पंजाबी नौजवान विदेश में धक्के खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
बंगाः रोज़ी-रोटी की तलाश में पंजाबी नौजवान विदेश में धक्के खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। ताजा मामला ज़िला नवांशहर के गांव कटारियां का है। यहां के रहने वाले मुकेश कुमार पुत्र सगली राम 5 साल पहले रोजी-रोटी की तलाश के लिए विदेश गया था, जहां वह अब धक्के खाने को मजबूर हो गया है।
पीड़ित मुकेश कुमार की पत्नी सरबजीत कौर और चाचा रछपाल चंद ने बताया कि मुकैश 5 साल पहले रोजी-रोटी की तलाश में लिवलान गया था और 3 महीने पहले उसकी अचानक सेहत ख़राब हो गई, जिसे नज़दीक रहते दोस्तों ने अस्पताल में दाख़िल करवाया। उसकी सेहत बहुत नाजुक बनी हुई है और परिवार का घर में रो-रो कर बुरा हाल है। मुकेश कुमार के 2 छोटे -छोटे लड़के हैं और घर में कमाने वाला कोई और नहीं है। पीड़ित परिवार ने सरकार से मांग की है कि वह गरीब परिवार से संबंधित हैं और मुकेश कुमार को भारत लाने में उनकी मदद की जाए।