Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 10:52 AM
पंजाब विधानसभा के सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस दौरान भी कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार जारी रखे।
चंडीगढ़(भुल्लर): पंजाब विधानसभा के सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस दौरान भी कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार जारी रखे। इसी बीच जब कांग्रेसीसदस्य राजा वडिंग़ ने मजीठिया द्वारा उठाए किसानों के मुद्दे को लेकर अपनी सीट पर खड़े होकर उन पर प्रहार करने का प्रयास किया तो मजीठिया ने मनप्रीत व सिद्धू को सदन में बिना नाम लिए बंटी-बबली का नाम दे दिया।
बेशक सदन में तो उन्होंने सीधा नाम नहीं लिया परंतु बाद में सदन से बाहर प्रैस कांफ्रैंस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने बंटी मनप्रीत बादल व बबली नवजोत सिद्धू को कहा है। इससे पहले सदन में राजा वडिंग़ को संबोधित करते हुए मजीठिया ने कहा था कि बंटी-बबली आपका हक मार गए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि सरकार आपकी है या किसी और की। उनका इशारा मंत्री पद के दावेदार अन्य पुराने कांग्रेसी को छोड़कर मनप्रीत व सिद्धू को मंत्री बनाए जाने की ओर था।
गाली-गलौच वाली भाषा का हुआ इस्तेमाल
सदन में बहस दौरान नवजोत सिद्धू व मजीठिया के बीच हुई बहसबाजी दौरान गाली-गलौच की भाषा का इस्तेमाल किया गया, हालांकि आपत्तिजनक शब्दों को स्पीकर ने सदन की कार्रवाई से निकलवा दिया। मजीठिया व सिद्धू ने एक-दूसरे को सीधे ललकारते हुए प्रहार किए। इसी दौरान कांग्रेसी व अकाली सदस्यों के बीच नारेबाजी भी हुई तथा स्पीकर को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए 15 मिनट के लिए कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस के सुखजिंद्र रंधावा ने सिद्धू का पक्ष लेते हुए मजीठिया पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अगर इसे गिरफ्तार करके अंदर किया होता तो नशा पहले ही खत्म हो जाना था। उन्होंने कहा कि एस.टी.एफ. को कैप्टन ने काफी शक्तियां दी हैं जिससे उम्मीद है कि मजीठिया जल्द ही अंदर होगा।