Edited By Sonia Goswami,Updated: 07 May, 2018 12:38 PM
एसजीपीसी द्वारा 12 अप्रैल को वैशाखी पर पाकिस्तान भेजे गए जत्थे के साथ गई किरण बाला की सिफारिश के मामले में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के पीए तलबीर सिंह गिल ने अपनी भूमिका से साफ इन्कार किया है।
अमृतसरः एसजीपीसी द्वारा 12 अप्रैल को वैशाखी पर पाकिस्तान भेजे गए जत्थे के साथ गई किरण बाला की सिफारिश के मामले में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के पीए तलबीर सिंह गिल ने अपनी भूमिका से साफ इन्कार किया है। श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलखन सिंह भंगाली ने किरण बाला के वीजा के दस्तावेजों के साथ जो पत्र लगाया है, उस पर लिखा है कि इसकी सिफारिश तलबीर सिंह गिल ने की है। इस बीच चर्चा है कि एसजीपीसी भंगाली को हटा सकती है।
उधर, एसजीपीसी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में आरोपी पाए जाने वाले एसजीपीसी के किसी भी कर्मचारी व अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। तलबीर सिंह के इन्कार के बाद एसजीपीसी ने अब इस बात की जांच शुरू कर दी है कि भंगाली ने किस मंशा से सिफारिशी पत्र पर तलबीर का नाम लिखा। लोंगोवाल ने कहा कि सोमवार को एसजीपीसी कार्यालय में जांच कमेटी के सदस्यों की बैठक होगी। जो भी दोषी हुआ, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी के सदस्य भगवंत सिंह सियालका ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
शिअद दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सरना ने कहा कि किरण को एसजीपीसी के जत्थे के साथ पाकिस्तान भेजना एक गहरी साजिश है। इसमें मजीठिया का पीए शामिल है। तलबीर और भंगाली के सबंधों की चर्चा देश-विदेश में है। तलबीर अपने आप को बचाने के लिए पीछे हो रहा है। अकाली दल हमेशा से एसजीपीसी के काम में दखल देता आ रहा है। इस घटना ने इस दखल को पूरी तरह साबित कर दिया है।