Edited By swetha,Updated: 07 Jan, 2020 08:37 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा सोमवार को 650 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट को हरी झंडी देने से लुधियाना में सबसे अधिक प्रदूषित बुड्ढे नाले का अब पूरी तरह कायाकल्प हो जाएगा।
चंडीगढ़(अश्विनी): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा सोमवार को 650 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट को हरी झंडी देने से लुधियाना में सबसे अधिक प्रदूषित बुड्ढे नाले का अब पूरी तरह कायाकल्प हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय निकाय विभाग को यह प्रोजैक्ट 2 साल में हर हाल में मुकम्मल करने को यकीनी बनाने के लिए कहा है।
उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए कै. अमरेन्द्र सिंह ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्थानीय निकाय) संजय कुमार को निर्देश दिए कि बुड्ढे नाले का कायाकल्प करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं, जिसकी कुल लंबाई 47.55 किलोमीटर है। इसमें से 14 किलोमीटर नाला लुधियाना शहर से गुजरता है।
स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस प्रोजैक्ट की कुल लागत 650 करोड़ रुपए में से राज्य सरकार 342 करोड़ रुपए खर्च करेगी, जबकि 208 करोड़ रुपए भारत सरकार की तरफ से दिए जाएंगे और 100 करोड़ रुपए निजी ऑप्रेटर द्वारा खर्चे जाएंगे। पहले पड़ाव के अंतर्गत सीवरेज ट्रीटमैंट सुविधा की वृद्धि और नवीनीकरण, डेयरी अवशेष संबंधी ट्रीटमैंट, औद्योगिक गंदे पानी के लिए गुम हुए लिंक्स का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण और जरूरत पडऩे पर उद्योगों के गंदे पानी को सांझे ट्रीटमैंट प्लांट तक पहुंचाने के लिए एक सभ्य कन्वेयांस प्रणाली रखी गई है।
दूसरे पड़ाव में 150 करोड़ रुपए की लागत से साफ किए प्रदूषित पानी के पुन: प्रयोग और 283 करोड़ की लागत से बुड्ढे नाले के किनारे पर पौधे लगाकर सुंदरता बढ़ाई जाएगी।स्थानीय निकाय विभाग के सचिव अजोय शर्मा ने बताया कि इस साल मई महीने तक ताजपुर रोड, जमालपुर क्षेत्र में 50 एम.एल.डी. की क्षमता वाला सी.ई.टी.पी. लगाया जाएगा। फोकल प्वाइंट इंडस्ट्रियल एरिया जमालपुर में 40 एम.एल.डी. की क्षमता का एक अन्य सी.ई.टी.पी. मार्च 2020 तक चालू कर दिया जाएगा, जबकि बहादुरके रोड में एक सी.ई.टी.पी. पहले ही 31 दिसम्बर-2019 तक चालू कर दिया गया है।