Edited By Anjna,Updated: 13 Jun, 2018 08:13 AM
जगराओं पुल के अनसेफ हिस्से को दोबारा में आड़े आ रहे कब्जों को हटाने की कार्रवाई आखिर मंगलवार को शुरू हो ही गई। इसके तहत नगर निगम की टीम ने सर्जीकल स्ट्राइक के रूप में भारी पुलिस फोर्स के साथ मुंह अंधेरे ही धावा बोलकर बुल्डोजर चला दिया जो कार्रवाई...
लुधियाना (हितेश): जगराओं पुल के अनसेफ हिस्से को दोबारा में आड़े आ रहे कब्जों को हटाने की कार्रवाई आखिर मंगलवार को शुरू हो ही गई। इसके तहत नगर निगम की टीम ने सर्जीकल स्ट्राइक के रूप में भारी पुलिस फोर्स के साथ मुंह अंधेरे ही धावा बोलकर बुल्डोजर चला दिया जो कार्रवाई देर रात तक जारी रही। इस मामले में जगराओं पुल के अनसेफ हिस्से को दोबारा बनाने का काम देख रही कंपनी ने काफी समय पहले ही साफ कर दिया था कि जब तक कब्जे नहीं हटाए जाते, उस समय तक साइट से मलबा उठाने व निर्माण का मैटीरियल ले जाने के लिए जगह नहीं मिलेगी। जिसे लेकर नगर निगम द्वारा काफी देर से जद्दोजहद की जा रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
जबकि पुल बनाने का काम शुरू होने में हो रही देरी के कारण टै्रफिक जाम की समस्या गंभीर होने को लेकर बढ रहे दबाव के बीच नगर निगम में कब्जों के प्रति सख्त कदम उठाने का फैसला किया। इसके तहत हुई बुल्डोजर चलाने संबंधी कार्रवाई की निगरानी एडीशनल कमिश्नर संयम अग्रवाल, ज्वाइंट कमिश्नर कुलप्रीत सिंह व एस.डी.एम. दमन मान खुद कर रहे थे। अफसरों के मुताबिक कब्जे हटाने की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रहेगी।
पहले मिली फ्लैटों में शिफ्ट होने की ऑफर, फिर चला डंडा
कब्जों पर एक्शन लेने बारे बनाए गए प्रोग्राम के तहत नगर निगम ने पहले कैंप लगाकर लोगों को फ्लैटों में शिफ्ट होने के लिए ऑफर लैटर दिए गए। जो लोग सहमत हो गए, उनका सामान गाडिय़ों में लादकर मुंडियां व ग्यासपुरा के फ्लैटों में भेज दिया गया। इन लोगों की रजिस्ट्रेशन करके उनको फ्लैटों की अलाटमैंट लैटर दी जाएगी। जबकि फ्लैटों में शिफ्ट होने की सहमति न देने वालों के मकानों को जबरन तोडऩा शुरू कर दिया गया। जिनमें से कई लोगों को तो सामान संभालने का मौका भी नहीं मिला।
कोर्ट से स्टे न मिलने का उठाया फायदा नगर निगम ने इस कार्रवाई के लिए र्कोट से कब्जाधारियों को कोई स्टे न मिलने के पहलु का फायदा उठाया है, क्योंकि कब्जाधारियों ने नगर निगम के नोटिसों को कोर्ट में चैलेंज किया हुआ है। जहां से पहले कब्जाधारियों का पक्ष सुनने का फैसला हुआ था। इस बारे में पूछने पर नगर निगम अफसरों ने कब्जे तोडऩे पर कोई रोक न लगी होने की दलील दी।
नहीं चला छत पर चढ़कर विरोध करने का फंडा
नगर निगम द्वारा ग्यासपुरा फ्लैटों को खाली करवाने बारे की गई कार्रवाई के दौरान ट्रांसफार्मर पर चढ़कर विरोध कर रहे युवक को करंट लगने के बाद काफी विवाद हुआ था। इसी तर्ज पर एक युवक ने जगराओं पुल के किनारे हुए कब्जे हटाने के दौरान छत पर चढ़कर विरोध जताना शुरू कर दिया और छलांग लगाने की चेतावनी दी। इस पर नगर निगम ने कुछ देर के लिए तो कार्रवाई रोक दी, लेकिन बाद में पुलिस उस युवक को पकड़कर नीचे ले आई और विरोध जताने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया।