Edited By swetha,Updated: 02 Jul, 2019 08:26 AM
केन्द्रीय जेल में गत दिनों हुए हिंसक उपद्रव और गोलीकांड से जेल प्रशासन अभी पूरी तरह उभर नहीं सका है। 96 घंटे बीतने के बाद सोमवार सुबह 2 घंटे के लिए जेल की बंदी खोली गई। इस दौरान कैदियों से मिलने के लिए करीब 400 मुलाकाती पहुंचे हुए थे।
लुधियाना(स्याल): केन्द्रीय जेल में गत दिनों हुए हिंसक उपद्रव और गोलीकांड से जेल प्रशासन अभी पूरी तरह उभर नहीं सका है। 96 घंटे बीतने के बाद सोमवार सुबह 2 घंटे के लिए जेल की बंदी खोली गई। इस दौरान कैदियों से मिलने के लिए करीब 400 मुलाकाती पहुंचे हुए थे।
उत्पात मचाने वाले गैंगस्टरों को नाभा व रोपड़ जेल भेजा
वहीं जेल के सुपरिंटैंडैंट शमशेर सिंह बोपाराय ने बताया कि 27 जून को उत्पात मचाने के आरोपी 2 गैंगस्टरों हरविन्द्र व भूपिन्द्र को नाभा व रोपड़ जेल में चालान डालकर भेजा गया है। इनके चालान के आदेश ए.डी.जी.पी. (जेल) से मिलने के उपरांत ही जेल प्रशासन ने कार्रवाई की है।
लंबी कतारों में खड़े रहे मुलाकाती
जेल में मुलाकात करने वाले परिजन प्रात: से ही जेल पहुंचने शुरू हो गए थे तथा कम्प्यूटर पर अपना नाम दर्ज करवाने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। कई मुलाकाती आपस में उलझते भी रहे क्योंकि जिस स्थान पर मुलाकातियों की लंबी कतारें लगी हुई थी, वहां धूप में खड़ा होना बेहाल हो रखा था। जेल कैंटीन से सामान की खरीदारी करने वालों की भारी भीड़ भी प्रबंध न होने के कारण जेल प्रशासन को कोस रही थी। गौरतलब है कि उक्त लंबे समय की बंदी में कैदी व हवालातियों को भीषण गर्मी ने निचोड़कर रख दिया। पीने का पानी भी सही ढंग से उपलब्ध न होने और बिजली की सप्लाई लंबे समय तक ठप्प रहने के बीच तपते सूरज की गर्मी ने जीना बेहाल कर दिया था।
‘ओकू’ के ए.आई.जी. ने गैंगस्टरों से बातचीत कर भांपी उनकी मनोवृत्ति
आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह की टीम में शामिल ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) के ए.आई.जी. गुरमीत सिंह चौहान सैंट्रल जेल पहुंचे। उसके उपरांत हाई सिक्योरिटी जोन में गए जहां पर 21 के लगभग गैंगस्टरों के विभिन्न ग्रुप बंद हैं। वहां जाकर उन्होंने प्रत्येक गैंगस्टर से बातचीत करके उनकी मनोवृत्ति को भांपा और कई प्रश्न भी उनसे पूछे। ए.आई.जी. लगभग हाई सिक्योरिटी जोन में 2 घंटे तक रहे।