Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 02:13 PM
सूफियां चौक के निकट फैक्टरी ब्लास्ट कांड के चलते अपना खुद का दोमंजिला मकान राख के ढेर में बदलते देखने के बाद भी 75 वर्षीय बुजुर्ग बाबा आत्मा सिंह ने अपनों की परवाह किए बगैर मानवता की सेवा को अपना प्रथम धर्म माना और हादसे में घायल व राहत बचाव कार्यों...
लुधियाना (खुराना): सूफियां चौक के निकट फैक्टरी ब्लास्ट कांड के चलते अपना खुद का दोमंजिला मकान राख के ढेर में बदलते देखने के बाद भी 75 वर्षीय बुजुर्ग बाबा आत्मा सिंह ने अपनों की परवाह किए बगैर मानवता की सेवा को अपना प्रथम धर्म माना और हादसे में घायल व राहत बचाव कार्यों में जुटे लोगों, प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए चाय, पानी, बिस्कुट व रस आदि की व्यवस्था की। बुजुर्ग बाबा ने मानवता की सेवा के आगे अपने दर्द को बौना साबित कर दिया।
जत्थेदार बाबा आत्मा सिंह ने कहा कि पता नहीं यह किन दुआओं का असर है जो मैं और मेरा परिवार घर में हुए इतने बड़े हादसे के बाद भी सही-सलामत अपनों के बीच बैठे हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनके मकान की दीवार हादसाग्रस्त फैक्टरी की दीवार के साथ सटी हुई है और जब फैक्टरी में लगी आग की लपटें बढऩे लगीं तो मैंने गली में पड़ते 5-7 घरों के परिवारों को तुरंत मकानों से बाहर निकाला और उनके घरों में लगे गैस सिलैंडर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाए। इस दौरान जैसे ही वह और उसका परिवार घर को छोड़कर गली में पहुंचा तो जोरदार धमाके के साथ ही फैक्टरी व उनका मकान मलबे के ढेर में तबदील हो गया।