Edited By Des raj,Updated: 20 Aug, 2018 08:45 PM
राज्य में शांति व आपसी सद्भावना के लिए संत हरचंद सिंह लौंगोवाल द्वारा डाले गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इन शब्दों का उल्लेख पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने आज हरचंद सिंह लौंगोवाल की 33वीं बरसी मौके अनाज मंडी लौंगोवाल में अमर...
संगरूर/लौंगोवाल(सिंधवानी,यादविन्द्र): राज्य में शांति व आपसी सद्भावना के लिए संत हरचंद सिंह लौंगोवाल द्वारा डाले गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इन शब्दों का उल्लेख पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने आज हरचंद सिंह लौंगोवाल की 33वीं बरसी मौके अनाज मंडी लौंगोवाल में अमर शहीद संत हरचंद सिंह जी की तस्वीर पर श्रद्धा के फूल भेंट करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते किया।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में संत हरचंद सिंह लौंगोवाल की बरसी को राज्य स्तरीय समारोह स्वरूप मनाने का कार्यक्रम तैयार किया गया था परंतु पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन होने कारण 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक कारण राज्य स्तरीय समारोह नहीं करवाया गया परंतु शांति के मसीहा संत हरचंद सिंह लौंगोवाल को श्रद्धा के फूल भेंट किए गए हैं।
पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर देते धर्मसोत ने कहा कि संत जी ने पंजाब की एकता व अखंडता को कायम रखने के लिए अपनी शहादत दी व जब पंजाब खून की लड़ाई लड़ रहा था उस समय पंजाब व पंजाबियों की रक्षा के लिए संत हरचंद सिंह लौंगोवाल ने राजीव लौंगोवाल से समझौता करके पंजाब व पंजाबियत के लिए योगदान डाला। इस मौके हरमन बाजवा,घनश्याम कांसल,एस.एस.पी. डा.संदीप बडेरा,ए.डी.सी. राजदीप सिंह,एस.डी.एम. अविकेश गुप्ता,सहायक कमिश्रर अमरेंद्र सिंह टिवाना,कार्यकारी मैजिस्ट्रेट पवित्तर सिंह सहित अन्य अधिकारी नेता व वर्कर उपस्थित थे।