Edited By swetha,Updated: 05 Jan, 2019 08:33 AM
पंजाब के सबसे ज्यादा वी.आई.पी. संसदीय क्षेत्र बठिंडा में लोकसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर देवर-भाभी आमने-सामने होंगे। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने इस सीट से चुनाव लडने की अपनी इच्छा जाहिर करके दिलचस्प मुकाबले के संकेत दे दिए हैं। इससे पहले...
जालन्धर(नरेश कुमार): पंजाब के सबसे ज्यादा वी.आई.पी. संसदीय क्षेत्र बठिंडा में लोकसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर देवर-भाभी आमने-सामने होंगे। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने इस सीट से चुनाव लडने की अपनी इच्छा जाहिर करके दिलचस्प मुकाबले के संकेत दे दिए हैं। इससे पहले पिछले चुनाव में हरसिमरत बादल ने अपने देवर मनप्रीत बादल को 19,395 वोटों के अंतर से हरा दिया था। 2014 के चुनाव के दौरान हरसिमरत को 5,14,727 वोट हासिल हुए थे जबकि मनप्रीत बादल 4,95,332 वोट हासिल करके करीबी मुकाबले में हार गए थे।
बठिंडा सीट पर कांग्रेस कमजोर
2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान जहां पार्टी ने 77 सीटें जीतने का रिकार्ड बनाया और पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 10 लोकसभा सीटों पर सीधी बढ़त हासिल की वहीं बठिंडा लोकसभा सीट पर पार्टी बुरी तरह से पिछड़ गई। कांग्रेस को बठिंडा लोकसभा सीट के तहत आती 9 विधानसभा सीटों में से महज भुच्चो मंडी और बठिंडा अर्बन सीटों पर ही सफलता हासिल हुई। 2017 के नतीजों का यदि बठिंडा लोकसभा सीट के हिसाब से विश्लेण किया जाए तो कांग्रेस इस सीट पर तीसरे नम्बर की पार्टी है। कांग्रेस को इस सीट के तहत आती 9 विधानसभा सीटों पर कुल 3,98,107 वोट हासिल हुए हैं, जो उसे 2014 में हासिल हुए 4,95,332 वोटों के मुकाबले 97,225 कम हैं। इसका मतलब यह है कि 3 साल में कांग्रेस ने इस सीट पर करीब एक लाख वोट गंवाए हैं।
‘आप’ मजबूत, चेहरे की होगी दरकार
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बठिंडा लोकसभा सीट पर महज 87,901 वोट हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने 2017 आते-आते इस सीट पर मजबूत पकड़ बना ली और विधानसभा चुनाव के दौरान इस सीट के तहत आती 9 विधानसभा सीटों पर 4,47,036 वोट हासिल किए। यह वोट उसे 2014 में मिले वोटों के मुकाबले 3,59,135 वोट अधिक हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी बठिंडा रूरल, तलवंडी साबो, मानसा, बुढलाडा और मौड़ मंडी सीटों पर विजय रही। लिहाजा हलके की 9 विधानसभा सीटों में से 5 पर ‘आप’ को बढ़त हासिल है लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान लड़ाई चेहरे पर निर्भर करेगी। यदि आम आदमी पार्टी के पास कोई बड़ा चेहरा न हुआ तो लोकसभा चुनाव के दौरान लड़ाई एक बार फिर कांग्रेस और अकाली दल के मध्य बन सकती है।
अकाली दल भी कमजोर
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल इस सीट पर 5,14,727 वोट हासिल करके विजयी हुआ था लेकिन हरसिमरत बादल की जीत का अंतर 2009 की जीत के मुकाबले बहुत कम था। 2009 में हरसिमरत इस सीट पर करीब सवा लाख वोट से चुनाव जीती थीं लेकिन 2014 के बाद अकाली दल की स्थिति इस सीट पर कमजोर हुई है । पार्टी को इस सीट के तहत आती 9 विधानसभा सीटों में 4,24,578 वोट हासिल हुए हैं। ये वोट उसे 2014 में मिले वोटों के मुकाबले 90,149 कम हैं। अकाली दल को इस हलके की लम्बी और सरदूलगढ़ सीटों पर ही बढ़त हासिल हुई जबकि 7 सीटों पर वह पिछड़ गई। हालांकि हरसिमरत को पारिवारिक पृष्ठभूमि का फायदा मिल सकता है, लेकिन उनके लिए चुनौती आसान नहीं रहने वाली।
जोखिम लेने के आदी हैं मनप्रीत
कांग्रेस की स्थिति को देखते हुए इस सीट पर मनप्रीत का दाव लगाना किसी जोखिम से कम नहीं होगा। वह पहले ही ऐसे जोखिम लेते रहे हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले अपने भाई सुखबीर बादल के साथ मनमुटाव के चलते मनप्रीत वित्त मंत्री की गद्दी छोड़ कर अकाली दल से अलग हो गए थे औरनई पार्टी पी.पी.पी. (पंजाब पीपल्स पार्टी) का गठन कर लिया था। यह पार्टी अकाली दल को नुक्सान पहुंचाने के लिए बनाई गई थी, लेकिन जब चुनाव के नतीजे आए तो इस पार्टी के द्वारा किए गए वोटों के विभाजन से ही अकाली दल सत्ता में आ गया था। इसके बाद मनप्रीत ने कांग्रेस का दामन थामा और लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन यहां भी उन्हें सफलता नहीं मिली। अंतत: 2017 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ कर वह विधायक बने और उन्हें वित्त मंत्रालय दिया गया। इस समय वह कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी की आंखों के तारे बने हुए हैं। जी.एस.टी. जैसे बड़े मसले पर वह ही पार्टी का पक्ष मीडिया के सामने रखते हैं।
2014 का नतीजा
हरसिमरत कौर बादल |
5,14,727 |
मनप्रीत बादल |
4,95,332 |
जस्सी जसराज |
87,901 |
बठिंडा सीट का विधानसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक विश्लेषण
सीट |
आप |
अकाली दल |
कांग्रेस |
लम्बी |
21,254 |
66,375 |
43,605 |
भुच्चो मंडी |
50,960 |
44,025 |
51,605 |
बठिंडा अर्बन |
45,462 |
37,177 |
63,942 |
बठिंडा रूरल |
51,572 |
40,794 |
28,939 |
तलवंडी साबो |
54,553 |
34,473 |
35,260 |
मानसा |
70,586 |
44,232 |
50,117 |
सरदूलगढ़ |
38,102 |
59,420 |
50,563 |
बुढलाडा |
52,265 |
50,477 |
50,989 |
मौड़ मंडी |
62,282 |
47,605 |
23,087 |
कुल |
4,47,036 |
4,24,578 |
3,98,107 |