Edited By Vatika,Updated: 23 Apr, 2019 02:32 PM
अकाली दल की तरफ से मंगलवार को पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को फिरोजपुर और उनकी पत्नी व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर को बठिंडा सीट से मैदान में उतारे जाने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि यदि दोनों सीटों पर अकाली दल चुनाव जीतता है तो केंद्र...
जालंधर (वैब डैस्क): अकाली दल की तरफ से मंगलवार को पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को फिरोजपुर और उनकी पत्नी व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर को बठिंडा सीट से मैदान में उतारे जाने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि यदि दोनों सीटों पर अकाली दल चुनाव जीतता है तो केंद्र में अकाली दल की तरफ से मंत्री कौन बनेगा?
क्या सुखबीर एक बार फिर केंद्रीय राजनीति में जाएंगे और हरसिमरत कौर बादल को राज्य की कमान दी जाएगी या हरसिमरत कौर बादल ही केंद्र में मंत्री रहेंगी और सुखबीर बादल लोकसभा मैंबर होते राज्य की राजनीति में सक्रिय रहेंगे।
यह सवाल इसलिए भी खड़ा हो रहा है क्योंकि केंद्र में यदि एक बार फिर एन. डी. ए. की सरकार आती है तो अकाली दल के कोटे में से 2 मंत्री बनना मुश्किल है। पिछली बार अकाली दल 4 सीटों पर चुनाव जीता था और सरकार में उसे सिर्फ़ एक मंत्री की कुर्सी हरसिमरत कौर को मिली थी।
हालांकि यदि अकाली दल मौजूदा परिस्थितियों में 4 से ज़्यादा सीटे जीते तो अकाली दल की दावेदारी केंद्रीय मंत्रीमंडल में बढ़ सकती है लेकिन इस हालत में भी पार्टी के सीनियर नेताओं को नजरअंदाज़ करके क्या बादल परिवार अपने ही दोनों सांसदों को मंत्री बनाएगा, यह भी बड़ा सवाल है।