Edited By Vatika,Updated: 15 Apr, 2019 10:03 AM
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिरोमणि अकाली दल राज्य में हर दाव सोच-समझ कर खेल रहा है। इस समय फिरोजपुर सीट सुखबीर बादल के लिए दोहरी चुनौती बनी हुई है। सुखबीर बादल जलालाबाद से विधायक हैं।
जलालाबाद (सेतिया): लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिरोमणि अकाली दल राज्य में हर दाव सोच-समझ कर खेल रहा है। इस समय फिरोजपुर सीट सुखबीर बादल के लिए दोहरी चुनौती बनी हुई है। सुखबीर बादल जलालाबाद से विधायक हैं।
यदि शिरोमणि अकाली दल की ओर से सुखबीर सिंह बादल चुनाव मैदान में उतरते हैं लोकसभा चुनाव के बाद जलालाबाद का वारिस ढूंढना मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा जलालाबाद विधानसभा हलके की बागडोर बतौर इंचार्ज शिअद ने सतिन्दरजीत सिंह मंटा को सौंपी हुई है परन्तु मौजूदा हलातों में कुछ टकसाली अकाली समर्थक सतिन्दरजीत सिंह मंटा से नाराज चल रहे हैं।
दूसरी ओर यदि चुनाव में सुखबीर का मुकाबला कांग्रेस की ओर से शेर सिंह घुबाया के साथ होता है तो अपने पीछे राय सिख बिरादरी का वोट बैंक लेकर चलने वाले घुबाया उनके लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं, क्योंकि बिरादरी के लिए घुबाया पहली पसंद रहे हैं। ऐसी हालत में बादल परिवार के लिए पहली चुनौती तो फिरोजपुर लोकसभा सीट को जीतने की होगी और दूसरी तरफ यदि शिअद सीट जीत भी लेता है तो दूसरी बड़ी चुनौती जलालाबाद विधानसभा के वारिस की होगी, क्योंकि अकाली दल के पास प्रभावशाली चेहरा नहीं है जो जलालाबाद की बागडोर संभाल सके।