Edited By Vatika,Updated: 13 Mar, 2019 09:21 AM
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब में गठबंधन का प्रयास कर रही आम आदमी पार्टी (आप) को लगातार मायूसी का सामना करना पड़ रहा है। पहले कांग्रेस फिर बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन के प्रयास सिरे न चढऩे के बाद अब सबसे प्रबल संभावना आप-शिअद टकसाली गठबंधन भी...
चंडीगढ़(रमनजीत): लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब में गठबंधन का प्रयास कर रही आम आदमी पार्टी (आप) को लगातार मायूसी का सामना करना पड़ रहा है। पहले कांग्रेस फिर बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन के प्रयास सिरे न चढऩे के बाद अब सबसे प्रबल संभावना आप-शिअद टकसाली गठबंधन भी होता दिखाई नहीं दे रहा है।
आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल टकसाली नेताओं में बैठकों के कई दौर के बावजूद मामला सुलझ नहीं पाया है। सबसे ज्यादा खींचतान श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट को लेकर है। आलम यह है कि गठबंधन की कोशिश कर रही दोनों पार्टियां श्री आनंदपुर साहिब सीट से अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैं।
शिअद टकसाली की तरफ से पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर देवेंद्र सिंह मैदान में डटे हैं, वहीं आम आदमी पार्टी पिछले वर्ष नवम्बर में ही नरेंद्र सिंह शेरगिल को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैै। गठबंधन का पेंच यहीं पर फंसा हुआ है। टकसाली अकाली दल श्री आनंदपुर साहिब के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इस सीट से चुनाव लडऩा अपनी नैतिक जिम्मेदारी बता रहा है और बीर देवेंद्र सिंह इस चुनाव क्षेत्र में अपने पुराने संपर्कों के नाते जीत की दावेदारी करते हुए कदम वापस लेने से मना कर रहे हैं।