Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jun, 2017 04:58 PM
पंजाब विधानसभा का कोई भी दिन एेसा नहीं रहा जब विपक्ष ने कार्रवाई चलने दी हो।
चंजीगढ़ः पंजाब विधानसभा का कोई भी दिन एेसा नहीं रहा जब विपक्ष ने कार्रवाई चलने दी हो। सत्र हर दिन हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। अाज सत्र की कार्रवाई शुरु होते ही लोक इंसाफ पार्टी के विधायक बलविंद्र सिंह बैंस ने स्पीकर के.पी.राणा के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दिए ब्यान कि उन्हें रेत माफिया मामले में शामिल लोगों के नाम पता है,पर लिस्ट जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नाम जानती है तो उजागर क्यों नहीं करती। इस मांग पर बैंस ने विधानसभा से वाकआऊट कर दिया जबकि आप विधायक विधानसभा में मोजूद हैं।
वहीं भारी शाेरशराबे के बीच वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने जी.एस.टी. बिल पेश किया। इससे पहले सदन की कार्रवाई शुरू होते ही शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने रेत खनन मामले पर काम रोको प्रस्ताव रखा। इसे नामंजूर किए जाने पर अकाली विधायकों ने हंगामा किया अौर सदन से वाकआउट किया। इससे पहले आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता एचएस फूलका ने सुखपाल खैहरा को बजट सत्र से सस्पेंड करने को लेकर सदन से वाकआउट किया।
सदन में कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिह मजीठिया आमने-सामने हाे गए। दोनों में तीखी नोकझोंक भी हुई। हंगामे में वित्त मंत्री ने जी.एस.टी. बिल पेश किया लेकिन हंगामा बढ़ जाने के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने के बाद शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने रेत खनन मामले को उठाया और इस पर काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की। स्पीकर ने इसे ठुकरा दिया तो शिअद विधायक हंगामा करने लगे। इस पर कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अकाली दल को चिट्टा पर श्वेत पत्र लाना चाहिए। इसके बाद शिअद विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआऊट कर गए।