Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 09:00 PM
कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में रेत माफिया का मामला एक बार फिर गर्मा गया है, जिसके तहत रेत कारोबार में लगे कांग्रेस विधायकों की लिस्ट सीधा राहुल गांधी के....
लुधियाना(हितेश): कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में रेत माफिया का मामला एक बार फिर गर्मा गया है, जिसके तहत रेत कारोबार में लगे कांग्रेस विधायकों की लिस्ट सीधा राहुल गांधी के पास पहुंचने की चर्चा है। यहां बताना उचित होगा कि 2017 में हुए पंजाब के विधानसभा चुनाव में रेत माफिया एक बड़ा सियासी मुद्दा बना रहा था जिसे लेकर कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने अकाली दल पर निशाना साधा कि सरकार में रहते हुए अकालियों ने रेत कारोबार पर कब्जा कर लिया था। जिसके तहत अवैध रूप से रेत की निकासी की गई, जिससे रेत की किल्लत पैदा होने से कीमतें भी आसमान को छूने लग गई थी।
उपरोक्त हालातों का हवाला देते हुए कांग्रेस व आम आदमी पार्टी ने रेत को फ्री करने का वायदा किया था, लेकिन सरकार में आने के बाद कांग्रेस ने रेत खड्डों की नीलामी करने का फैसला किया। इसमें परदॢशता बरतने के नाम पर ई-ऑक्शन रखी गई, जिसमें राणा गुरजीत सिंह की कंपनियों का पैसा लगा होने का खुलासा होने पर बवाल मच गया। इस मामले में रेत खदानों की बोली रद्द करने के बाद भले ही जांच कमीशन ने राणा गुरजीत सिंह को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन पंजाब के कई विधायक, कांग्रेस नेता व उनके करीबी ई-ऑक्शन की आड़ में रेत खदानों का ठेका लेने में कामयाब हो गए। यहां तक कि कई रेत कारोबारियों को काम करने के लिए कांग्रेसियों को हिस्सा या महीना तक देना पड़ रहा है।
यह हालात पंजाब में सरकार चलाने वाले लोगों या कांग्रेस हाईकमान के अधिकतर नेताओं से छिपे नहीं है, लेकिन वो सब किसी न किसी वजह से चुप करके बैठे हुए थे। अब यह सारी खबर सीधा राहुल गांधी तक पहुंच गई है, क्योंकि जब राणा गुरजीत सिंह के बेटे को ई.डी. के समन जारी होने पर उनका इस्तीफा लिया गया तो उनके नाम के साथ जुड़ा रेत खदानों की बोली का विवाद भी गर्मा गया। इसके बावजूद कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने राणा गुरजीत सिंह का इस्तीफा स्वीकार न करने की सिफारिश की, लेकिन बात न बनती देख कैप्टन ने राहुल के सामने सबकी पोल खोल कर रख दी है। बताया जाता है कि राहुल को सौंपी गई लिस्ट में उन विधायकों व नेताओं के नाम शामिल हैं जो रेत कारोबार में लिप्त हैं। अब देखना यह है कि आने वाले समय में इन लोगों पर राहुल गांधी क्या एक्शन लेते हैं।
मंत्री पद या चेयरमैनी मिलने पर लग सकती है ब्रेक
राहुल गांधी के पास पहुंची कांग्रेस नेताओं की आड़ में रेत कारोबार करने वालों की लिस्ट में कई ऐसे नाम भी शामिल हैं, जो मंत्री पद हासिल करने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं। इसी तरह कई नेता सरकार से चेयरमैनी लेने वालों की लाइन में लगे हुए हैं, लेकिन अब उनको कोई सरकारी पद मिलने पर ब्रेक लग सकती है।
शायद संगठन में भी न मिले जगह
पहले यह कहा जा रहा था कि जिन लोगों को मंत्री पद या कोई चेयरमैनी न मिली तो उनको कांग्रेस संगठन में एडजस्ट किया जा सकता है। इसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम अब राहुल गांधी के पास पहुंची रेत कारोबारियों की लिस्ट में शामिल हैं। अगर उन पर राहुल की नजर टेढ़ी हो गई तो सरकार के अलावा कांग्रेस में भी जगह मिलनी मुश्किल हो जाएगी।