Edited By Vaneet,Updated: 27 Jun, 2019 07:55 PM
प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने लुधियाना जेल में हुई हिंसक झड़पों में एक कैदी की मौत होने तथा कई कैदियों के फ....
चंडीगढ़: प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने लुधियाना जेल में हुई हिंसक झड़पों में एक कैदी की मौत होने तथा कई कैदियों के फरार होने की घटना पर पंजाब के जेल मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा तथा गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के इस्तीफे की मांग की है। आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल चीमा ने आज यहां कहा कि पिछले कुछ समय से लगातार हो रही आपराधिक वारदातों से साबित होता है कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
अपराधियों और माफिया के हौसले बुलंद हैं। लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की सबसे सुरक्षित मानी जाती नाभा जेल में बेअदबी मामले के आरोपों में बंद डेरा प्रेमी महेन्दरपाल बिट्टू की हत्या के एक हफ्ते के बाद जेल में घटी यह तीसरी बड़ी घटना है। जेलों में होने वाली छोटी-मोटी घटनाएं तो अंदर ही दबा ली जाती हैं। लुधियाना जेल की घटना ने पहले हुई कपूरथला और गुरदासपुर जेलों की हिंसक घटनाओं को भी ताजा कर दिया हैं और यह साबित कर दिया है कि पूर्ववर्ती अकाली सरकार जैसे हालात आज भी हैं। कुछ सुधरा नहीं बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनेताओं और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से जेलों में ही बड़े-बड़े गैंग और माफिया चलाए जा रहे हैं। यही हाल अकाली-भाजपा सरकार के समय था। जेलों में उच्च स्तरीय जैमर लगाने का काम पहले अकाली-भाजपा सरकार की तरह कैप्टन सरकार ने भी जानबूझ कर ठंडे बस्ते में रखा हुआ है। वास्तविकता यह है कि बादलों की तरह कैप्टन सरकार भी जेलों में चल रहे माफिया को रोकना नहीं चाहती, क्योंकि ऐसे माफिया के साथ इनके राजनीतिक और वित्तीय लाभ जुड़े हुए हैं।