Edited By Vaneet,Updated: 18 Jun, 2020 06:38 PM
हलका घनौर के शहीद हुए मनदीप सिंह को आज उनके गांव में अंतिम विदाई दी गई है। बता दें कि पटियाला जिले के हलका घनौर के गांव सील ...
पटियाला(परमीत): हलका घनौर के शहीद हुए मनदीप सिंह को आज उनके गांव में अंतिम विदाई दी गई है। बता दें कि पटियाला जिले के हलका घनौर के गांव सील का निवासी और भारतीय फौज का जवान नायब सूबेदार मनदीप सिंह भारत-चीन सरहद पर गलवान घाटी में पड़ोसी मुल्क चीन की फौज के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उनकी मृतक देह आज करीब 12 बजे चंडीगढ़ पहुंची, जहां से उनके जद्दी गांव सील लाई गई। जैसे ही उनकी मृतक देह जद्दी गांव सील में पहुंची तो पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया। चारों तरफ चीखों की पुकार मच गई। रोते परिवार को देख कर हर किसी की आंख नम थी। उनके जद्दी गांव में मनदीप सिंह का सरकारी सम्मानों के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
सूबेदार की मां ने भरी आंखों के साथ कहा बुढ़ापे का सहारा था मनदीप
शहीद की 65 साला माता शकुंतला ने भरी आंखों के साथ कहा कि उनका पुत्र तीन बहनों का अकेला भाई था और उनके बुढ़ापे का सहारा अपनी जान देश के लेखे लगा गया है। शहीद की पत्नी गुरदीप कौर ने रोते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ही उसकी मनदीप सिंह के साथ बात हुई थी परन्तु अब वहां संपर्क न होने के कारण बात नहीं हो सकी थी और उनकी शहादत की खबर पर उनको बिल्कुल भी यकीन नहीं हो रहा है। जबकि शहीद के दोनों बच्चों 12 साला जोबनप्रीत सिंह और 15 साला महकप्रीत कौर की रोते हुए आवाज भी नहीं निकल रही थी।
पंजाब के चार सिखों ने चीनी झड़प दौरान दी थी शहादत
शहीद सूबेदार मनदीप सिंह 20 मार्च 1980 को फौज में भर्ती हुए थे। वह तालाबन्दी करके कुछ दिन पहले ही छुट्टी काट कर वापस लौटे थे। बता दें कि 15 जून को चीन और भारत बीच हुई हिंसक झड़प दौरान पंजाब के चार लाल शहीद हो गए थे जबकि कुल 20 जवान शहीद हुए हैं। पंजाब के जो चार जवान शहीद हुए थे, उनमें संगरूर का गुरविन्दर सिंह (22), मानसा का सिपाही गुरतेज सिंह (22), गुरदासपुर का नायब सूबेदार सतनाम सिंह (42) और पटियाला का मनदीप सिंह (40) शामिल थे। इनमें से आज गुरदासपुर के रहने वाले शहीद नायब सूबेदार सतनाम सिंह और पटियाला के शहीद मनदीप का सरकारी सम्मानों के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।