Edited By Des raj,Updated: 28 Jul, 2018 09:25 PM
सेहत विभाग की मनदीप सिंह ढिल्लों सैनेटरी इंस्पैक्टर, अमरीक सिंह सैनेटरी इंस्पैक्टर और गुरशविन्द्र सिंह सैनेटरी इंस्पैक्टर पर आधारित टीम द्वारा कोटकपूरा के अलग-अलग इलाकों में किए जा रहे सर्वे दौरान डेंगू का लार्वा मिलने का सिलसिला लगातार जारी है और...
कोटकपूरा(नरेंद्र): सेहत विभाग की मनदीप सिंह ढिल्लों सैनेटरी इंस्पैक्टर, अमरीक सिंह सैनेटरी इंस्पैक्टर और गुरशविन्द्र सिंह सैनेटरी इंस्पैक्टर पर आधारित टीम द्वारा कोटकपूरा के अलग-अलग इलाकों में किए जा रहे सर्वे दौरान डेंगू का लार्वा मिलने का सिलसिला लगातार जारी है और अब तक सरकारी और प्राइवेट कई स्थानों से डेंगू का लारवा मिल चुका है।
डा. कमल एपीडीमालोजिस्ट फरीदकोट की हिदायतों अनुसार टीम की तरफ से किए जा रहे सर्वे दौरान कुछ दिन पहले फोकल प्वाइंट इलाका, थाना सिटी, पुलिस क्वार्टरों आदि स्थानों से डेंगू का लारवा मिलने के बाद अब नगर कौंसिल दफ्तर, लाजपत नगर और मोहल्ला चोपड़ा बाग के कई स्थानों से भी डेंगू का लारवा मिला है। टीम की तरफ से चाहे अलग-अलग स्थानों से मिले डेंगू के लारवे को तुरंत नष्ट कर दिया गया परंतु इस के साथ खतरा टला नहीं। शहर में डेंगू के फैलने को रोकने के लिए सेहत विभाग के साथ-साथ नगर कौंसिल की भी पूरी जिम्मेदारी बनती है, परंतु यहां से भी डेंगू का लारवा मिलने के साथ दीए तले अंधेरा वाली कहावत सत्य साबित हो रही है।
जिक्रयोग्य है कि साल 2016 में कोटकपूरा शहर में 500 के करीब डेंगू के मरीज सामने आए थे जिनमें 2 की मौत हो गई थी। इसी तरह साल -2017 में सामने आए 400 के करीब मरीजों में से 1 की मौत हो गई थी। इस संबंध में एस.एम.ओ. कोटकपूरा डा. कुलदीप धीर के साथ बात की तो उन्होंने बताया कि लारवा मिलने और स्टाफ की कमी होने संबंधी उन्होंने उपमंडल मैजिस्ट्रेट कोटकपूरा, सिविल सर्जन फरीदकोट और कार्य साधक अफसर कोटकपूरा को पत्र लिखा है। इस पत्र में स्टाफ की संख्या बढ़ाने, सफाई करवाने और फॉगिंग करवाने के लिए भी लिखा है।