Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 03:16 PM
पाकिस्तान के लाहौर स्थित शादमान चौक का नाम बदलने व शहीद भगत सिंह का बुत लगाने के मामले में वीरवार को लाहौर हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद अदालत ने अब इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 5 मार्च को तय की है।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): पाकिस्तान के लाहौर स्थित शादमान चौक का नाम बदलने व शहीद भगत सिंह का बुत लगाने के मामले में वीरवार को लाहौर हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद अदालत ने अब इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 5 मार्च को तय की है। इस बात की जानकारी फोन पर देते हुए शहीद भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन पाकिस्तान के चेयरमैन इम्तियाज रशीद कुरैशी ने बताया कि लाहौर हाईकोर्ट में जस्ट्सि शाहिद जमील खान की अदालत में फाऊंडेशन की तरफ से सुप्रिम कोर्ट के वकील एडवोकेट अब्दुल रशीद कुरैशी पेश हुए। उन्होंने बताया कि अब दोनों ही मामलों की सुनवाई एकसाथ 5 मार्च को होगी।
गौरतलब है कि लाहौर में शादमान चौक का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने और वहां शहीद भगत सिंह का बुत लगाए जाने की मांग को लेकर लाहौर हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है। शादमान चौक ही वह जगह है जहां 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को फांसी दी गई थी। फाऊंडेशन का कहना है कि इस स्थान का नाम शहीद भगत सिंह चौक रखने व उनकी प्रतिमा स्थापित की जाए तो यह कदम भविष्य की पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा।
शहीद भगत सिंह ना सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि पाकिस्तान का बेटा होने के साथ-साथ नैशनल हीरो भी हैं। यहां यह भी उल्लेखनींय है कि 17 जनवरी 2018 को लाहौर में शादमान चौक का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम पर करने और उनका बुत वहां लगाने के लिए पंजाब सरकार, लाहौर के मुख्य आयुक्त और मेयर को फाऊंडेशन के चेयरमैन इम्तियाज रशीद कुरैशी ने मांग पत्र दिया गया था। इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई तो उन्होंने इस मामले को लेकर लाहौर हाईकोर्ट में रिट पैटीशन डाल दी थी।
इम्तियाज कुरैशी ने कहा कि शहीद भगत सिंह उपमहाद्वीप का एक महान क्रांतिकारी था और पूरी दुनिया उनके नाम को जानती है। यहां तक कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने उन्हें यह कहते हुए प्रशंसा की थी कि उपमहाद्वीप में कभी भी भगत सिंह जैसे बहादुर आदमी का जन्म नहीं हुआ था। कुरैशी ने कहा कि फाउंडेशन ने उच्च न्यायालय से अनुरोध किया है कि वह पंजाब (पाकिस्तान) सरकार के चीफ सेक्रेटरी, लाहौर के मेयर और लाहौर के उपायुक्त को निर्देश दें कि जनवरी में दाखिल आवेदन / प्रतिनिधित्व के निपटारा करते हुए शादमान चौक का नाम बदलने और भगत सिंह की प्रतिमा लगाने संबंधी फैसला किया जाए।