Edited By Tania pathak,Updated: 13 Feb, 2021 10:06 AM
सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक, घृणास्पद, असहिष्णु संदेश फैलाने पर ब्रिटेन के संचार विनियामक (ऑफ काम) ने के.टी.वी. को 50,000 पौंड का जुर्माना किया है...
जालंधर (विशेष): सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक, घृणास्पद, असहिष्णु संदेश फैलाने पर ब्रिटेन के संचार विनियामक (ऑफ काम) ने के.टी.वी. को 50,000 पौंड का जुर्माना किया है जिसके चलते कार्रवाई से स्पष्ट संदेश है कि इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा। इसके बाद रिसर्जैंट पंजाब ने ऑफ काम की कार्रवाई को टैग करते हुए ट्विटर पर मुहिम चलाकर के.टी.वी. पर जुर्माना लगाने की प्रशंसा की।
उन्होंने ऑफ काम के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह फैसला समाचार सामग्री को विनियमित करने पर लंबे समय तक प्रभावी हो सकता है। उन्होंने कहा कि संबंधित सामग्री को दोहराना नहीं चाहिए और हमारे निर्णय का सारांश प्रस्तुत करना चाहिए।
ऐसे में कट्टरपंथियों को भारत के खिलाफ बोलने की स्वतंत्रता के जरिए बर्बरता की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन डी.सी. में कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन व महात्मा गांधी की प्रतिमा से तोडफ़ोड़ की गई थी, प्रतिमा की तोडफ़ोड़ व प्रदर्शनों में खालिस्तानी तत्वों की मौजूदगी इसका स्पष्ट संकेत है।