Edited By swetha,Updated: 16 Aug, 2018 12:06 PM
एक तरफ यहां देश ने 72 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। वहीं 107 वर्षीय बच्चन सिंह ने पंजाब केसरी दफ्तर पहुंचकर भारत-पाक बंटवारे के काले दौर को याद किया। उन्होंने बताया कि उनका परिवार पाक के लायलपुर का रहने वाला था। जब भारत-पाक बंटवारा हुआ तो उनका परिवार...
जालंधरःएक तरफ यहां देश ने 72 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। वहीं 107 वर्षीय बच्चन सिंह ने पंजाब केसरी दफ्तर पहुंचकर भारत-पाक बंटवारे के काले दौर को याद किया। उन्होंने बताया कि उनका परिवार पाक के लायलपुर का रहने वाला था। जब भारत-पाक बंटवारा हुआ तो उनका परिवार बड़ी मुश्किलों से गुजरकर भारत पहुंचा था।
मौत के साए और हिंसा के पलों को याद कर वह भावुक हो गए। पटियाला के राजा के कारण उनकी तथा उनके साथ के शरणार्थियों की जान बची थी। कई व्यक्ति तो भूखे मर गए। अपने जीवनकाल में दुनिया को बदलते देखा है। अपनी जवानी तथा बुढ़ापा बच्चन सिंह ने जालंधर में बिताया। उन्होंने कहा कि उनकी सेहत का राज नशा रहित जीवन है। नौजवान पीढ़ी को उन्होंने जीवन नशे से दूर रहकर बिताने के लिए प्रेरित किया।