Edited By Updated: 04 May, 2017 07:45 AM
गत 27 अप्रैल को सिविल अस्पताल परिसर से 3 वर्षीय बच्ची को अगवा कर ले जाने के मामले को थाना डिवीजन नं. 2 की पुलिस ने चंद दिनों में हल कर लिया है और बच्ची को अगवा करने वाले दिव्यांग, उसकी पत्नी व एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर..........
लुधियाना(ऋषि): गत 27 अप्रैल को सिविल अस्पताल परिसर से 3 वर्षीय बच्ची को अगवा कर ले जाने के मामले को थाना डिवीजन नं. 2 की पुलिस ने चंद दिनों में हल कर लिया है और बच्ची को अगवा करने वाले दिव्यांग, उसकी पत्नी व एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर बच्ची बरामद कर पिता के हवाले कर दी है। पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि उक्त आरोपी बच्ची को बेचने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास से 3 और बच्चे मिले हैं। पुलिस उसकी भी जांच कर रही है कि ये बच्चे अगवा कर तो नहीं लाए गए। पुलिस के अनुसार जांच के बाद कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। ए.एस.आई. कर्मजीत सिंह के अनुसार पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिव्यांग ढंडारी के रहने वाले श्रवण यादव, उसकी पत्नी इंद्रा देवी और शिमलापुरी के रहने वाले मिक्कू लाल गुप्ता के रूप में हुई है।
मोबाइल लोकेशन ने पकड़वाए आरोपी
पुलिस के अनुसार उसी दिन से आरोपी ने मोबाइल फोन को बंद कर रखा था। आज उन्हें पता चला कि उसके मोबाइल फोन की लोकेशन आलमगीर के नजदीक की आ रही है, जिस पर तुरंत टीमें बनाकर भेजी गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
यह था सारा मामला
शिमलापुरी के रहने वाले रिक्शा चालक दविन्द्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसने अपनी पत्नी कर्मजीत कौर को झुलसी अवस्था में अस्पताल के बर्न यूनिट में दाखिल करवाया था। उसके पहले 3 बेटियां हैं। जहां बाथरूम में उसकी डिलीवरी हो गई थी और उसने एक और बच्ची को जन्म दिया था। जो उसी दिन से साथ में अस्पताल परिसर में रह रही थी। उक्त आरोपी तीनों बेटियों को चीज दिलवाने के बहाने अस्पताल से बाहर ले गया था और 3 वर्षीय मनी को अगवा कर ले गया था।