Edited By Sonia Goswami,Updated: 26 Apr, 2018 11:11 AM
खालिस्तान और आई.एस.आई.एस. समर्थक संगठन पंजाबी प्रवासियों को कनाडा में विशेष रूप से छात्रों को अपने चंगुल में फांस रहा है। आर्थिक व अन्य परेशानियों से जूझ रहे नए-नए गए युवा इन संगठनों के जाल में फंस रहे हैं।
चंडीगढ़ (रमनजीत): खालिस्तान और आई.एस.आई.एस. समर्थक संगठन पंजाबी प्रवासियों को कनाडा में विशेष रूप से छात्रों को अपने चंगुल में फांस रहा है। आॢथक व अन्य परेशानियों से जूझ रहे नए-नए गए युवा इन संगठनों के जाल में फंस रहे हैं।
यह दावा है प्रवासी भारतीय व सिंधु कनाडा फाऊंडेशन के पदाधिकारी बिक्रम सिंह बाजवा का। बाजवा का कहना है कि हजारों छात्र विदेशों में पढ़ाई करने के लिए जा रहे हैं लेकिन भारत या पंजाब सरकार के पास इनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि कनाडा में नौकरियों की कमी के कारण आप्रवासी पंजाबियों को आई.एस.आई.एस. व खालिस्तान समर्थक संगठनों द्वारा उनको सहायता देकर अपने साथ मिलाया जा रहा है और इसके साथ ही उन्हें पंजाब में माहौल बिगाडऩे के लिए ट्रेङ्क्षनग भी दी जा रही है। यह सारा खेल कुछेक संगठनों के मुखौटे के नीचे किया जा रहा है।
चंडीगढ़ प्रैस क्लब में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बाजवा ने कहा कि वह पंजाब के युवाओं को पंजाब में ही सैटल करने के पक्ष में हैं और इसी उद्देश्य के मद्देनजर उन्होंने पंजाब के नवनियुक्त खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी की मदद से पंजाब वल्र्ड स्पोटर््स काऊंसिल का गठन किया है, जिसके जरिए पंजाब में हॉकी, कबड्डी, क्रिकेट और फुटबाल जैसे खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा जिसका सारा खर्च उनकी काऊंसिल द्वारा उठाया जाएगा। इसके लिए 5 मिलियन डॉलर का बजट रखा गया है। बाजवा ने कहा कि इससे पहले भी कई आप्रवासी पंजाबियों द्वारा अपने इलाकों में कई तरह के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।