Edited By Vatika,Updated: 15 Sep, 2018 12:03 PM
नन के साथ जबरदस्ती के मामले में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को मुंबई के आर्कबिशप ने उनके पद से हटाने की मांग की है। एक टी.वी. चैनल को आर्कबिशप ओसवाल्ड ग्रेसियस द्वारा दिए गए इंटरव्यू के अनुसार उनका कहना है कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर नन के साथ...
जालंध(कमलेश): नन के साथ जबरदस्ती के मामले में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को मुंबई के आर्कबिशप ने उनके पद से हटाने की मांग की है। एक टी.वी. चैनल को आर्कबिशप ओसवाल्ड ग्रेसियस द्वारा दिए गए इंटरव्यू के अनुसार उनका कहना है कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर नन के साथ जबरदस्ती के लगे आरोपों के बाद चर्च का नाम सिर्फ केरल में ही नहीं पूरे देश में बदनाम हुआ है। उन्होंने कहा कि वैटिकन को इस मामले में हस्तक्षेप कर चर्च को भी बिशप के मामले में जांच के लिए तेजी बरतने के निर्देश जारी करने चाहिएं। जांच पूरी होने तक बिशप फ्रैंको मुलक्कल को अपने पद से हट जाना चाहिए।
दब गई थी बिशप के खिलाफ पहले आई शिकायतें
केरल में नन के हक में उतरी अन्य ननों का कहना है कि पहले भी बिशप के खिलाफ अन्य ननों ने गलत बर्ताव की शिकायत की थी लेकिन ऐसे मामले दबे के दबे रह गए। उन्होंने कहा कि पीड़ित नन ने पुलिस से शिकायत करने से पहले चर्च में बिशप के बारे में शिकायत दी थी लेकिन वहां कार्रवाई न होने के चलते पीड़ित नन ने पुलिस में बिशप के खिलाफ 13 बार जबरदस्ती करने की कम्प्लेंट दर्ज कराई थी। हाईकोर्ट के दखल के बाद केरल पुलिस ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल को 19 सितम्बर को केरल में तलब किया है। जहां उनसे दूसरी बार पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि केरल निवासी नन
जालंधर डायोसिस का भी हिस्सा रही है।
पीड़िता ने एपोल्टोलिक ननकिएचर को लिखा 7 पन्नों का पत्र
पीड़ित नन ने अपने दर्द को बयां करते हुए एपोस्टोलिक ननकिएचर को 7 पन्नों का एक पत्र लिखा है जिसमें उसने बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर लगे आरोपों के बाद भी रोमन कैथोलिक चर्च की चुप्पी पर निशाना साधा है। नन ने पत्र में लिखा है कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर कोई कार्रवाई न कर चर्च अपनी विश्वसनीयता भी खत्म कर रहा है। चर्च के ऐसे रवैये से कैथोलिक उससे जुड़ी हुई ननों के पास गलत संदेश जाएगा। इस पत्र की 21 अन्य कॉपियां कैथोलिक चर्च से जुड़े अधिकारियों को भेजी गई हैं।
कजन की शिकायत पर कार्रवाई की मांग के बाद लगाए आरोप : मुलक्कल
नन के मामले में बिशप फ्रैंको मुलक्कल का कहना है कि नन ने उन पर जबरदस्ती के आरोप सिर्फ इसलिए लगाए हैं क्योंकि उन्होंने नन के खिलाफ आई एक शिकायत में उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। नन के खिलाफ उसकी एक महिला कजन द्वारा शिकायत दी गई थी कि नन के उसके पति के साथ अवैध संबंध हैं और इसी मामले में जांच के बाद उन्होंने चर्च से नन पर कार्रवाई की मांग की थी। नन ने शादी करने की बात कहकर चर्च छोडऩे की भी पेशकश की थी और इसके लिए एक एप्लीकेशन भी दी थी जोकि बाद में वापस ले ली थी। इसके बाद उसने 26 मई 2017 को चर्च को छोड़ दिया था और इसी के बाद साजिश के तहत नन ने उनके खिलाफ कम्प्लेंट दी थी।