Edited By Vatika,Updated: 14 Sep, 2018 08:28 AM
पाकिस्तान की ओर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के लिए कॉरीडोर बनाने के ऐलान के बाद कई संस्थाएं सक्रिय हो गई हैं। एन.जी.ओ. यूनाइटेड सिख मिशन ने दावा किया है कि 13 वर्षों से दोनों देशों की सरकारों के साथ पत्राचार के जरिए कॉरीडोर के लिए आग्रह किया जाता...
चंडीगढ़(रमनजीत): पाकिस्तान की ओर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के लिए कॉरीडोर बनाने के ऐलान के बाद कई संस्थाएं सक्रिय हो गई हैं। एन.जी.ओ. यूनाइटेड सिख मिशन ने दावा किया है कि 13 वर्षों से दोनों देशों की सरकारों के साथ पत्राचार के जरिए कॉरीडोर के लिए आग्रह किया जाता रहा है, लेकिन अब पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन और नवजोत सिंह सिद्धू के प्रयास से सपने के साकार होने की संभावना दिखाई दे रही है।
पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमरजीत सिंह टिक्का ने कहा कि मूलत: अमरीका की एन.जी.ओ. यूनाइटेड सिख मिशन की ओर से भारतीय मूल के अमरीकी आर्कीटैक्ट से ‘अमन की राह’ यानी करतारपुर साहिब कॉरीडोर का नक्शा व एस्टीमेट भी तैयार कराया था, जो दोनों देशों की सरकारों को भेजा था ताकि विस्तृत तरीके से बात आगे बढ़ सके। केंद्र सरकार को अपनी तरफ से इस मामले पर आगे कदम बढ़ाने चाहिएं।
टिक्का ने कहा कि संस्था के अमरीका बेस्ड चेयरमैन रछपाल सिंह ढींडसा ने संस्था के सदस्यों की सहमति हासिल करके ऐलान किया है कि करतारपुर साहिब कॉरीडोर के लिए पाकिस्तान और भारत में यदि सहमति होती है तो इस रास्ते पर होने वाले 18 मिलियन यू.एस. डॉलर का पूरा खर्च उनकी संस्था उठाने के लिए तैयार है।