Edited By Vaneet,Updated: 12 Dec, 2018 09:06 PM
टकसाली अकाली नेता एवं सांसद रंजीत सिंह ब्रहमपुरा ने कहा है कि नए अकाली दल का गठन 16 दिसंबर को अकाल तख्त पर नतम...
तरनतारन: टकसाली अकाली नेता एवं सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा है कि नए अकाली दल का गठन 16 दिसंबर को अकाल तख्त पर नतमस्तक होकर किया जाएगा। उन्होंने किसी नेता का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल तथा बिक्रम सिंह मजीठिया पर सिखी सिद्धांतों के साथ छेड़छाड़ करने करने के कारण अकाली दल की प्रतिष्ठा गिरती जा रही है। उसी सिलसिले में अकाली दल छोडऩे वाले टकसाली नेताओं की लगातार बैठकें हो रही हैं तथा लोगों को भी इस बारे में अवगत कराया जा रहा है कि पंजाब की सिख संस्थाओं तथा पंजाब को बादल मुक्त कराने के लिए जन समर्थन मिलेगा और लोग भी बादलों से छुटकारा पाना चाहते हैं।
खडूर साहिब के गांव डेरा साहिब के गुरूद्वारा साहिब में अकाली कार्यकत्र्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरीडोर को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। ऐसे नेताओं को सियासत नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह मुद्दा सिखों की भावनाओं से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि अकाली दल के प्रधान तथा मजीठिया की मत मारी गई है जिन्होंने सिख धर्म तथा सिखों का बड़ा नुकसान किया। कोटकपूरा, बहबलकलां और बरगाड़ी कांड को लेकर हरेक को अफसोस है लेकिन जिनके इशारे पर यह घटना बरपी उनको (बादलों को) रत्ती भर भी अफसोस नहीं।
ब्रहमपुरा ने कहा कि डेरा मुखी को माफी दिलाए जाने की गलती से लेकर न जाने कितने ऐसे काम किये जिनका समूचे सिखों को मलाल है। पंजाब की जनता ने उन्हें इसीलिए सत्ता से हटा दिया। ब बादल परिवार तथा अकाली नेता अपने किए की माफी मांगने अकाल तख्त पर गए। यह पाखंड तथा दिखावा है। लोग इनकी असलीयत जान चुके हैं और इस परिवार को कभी माफ नहीं करेंगे।