Edited By Vaneet,Updated: 21 Feb, 2019 09:10 AM
पंजाब एकता पार्टी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह....
चंडीगढ़: पंजाब एकता पार्टी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने आज आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ ‘भड़काऊ‘ बयान दे रहे हैं जिससे करतारपुर कॉरिडोर योजना को नुकसान पहुंच सकता है।
कैप्टन निभा रहे हैं भाजपा के भोंपू की भूमिका
यहां जारी बयान में खैहरा ने कहा कि कैप्टन को हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवानों के परिवारों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है और पाकिस्तान के खिलाफ भड़काऊ बयान जारी कर वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भोंपू की भूमिका निभा रहे हैं तथा माहौल बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन के बयानों से दो देशों के बीच वैमनस्य बढ़ सकता है और देश में अराजक तत्व सांप्रदायिक घृणा व दुर्भावना का माहौल फैला सकते हैं।
करतापुर कॉरिडोर योजना रद्द की जाए
उन्होंने कहा कि भाजपा और कैप्टन दोनों ही आतंकी हमले का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को पहले अपनी मित्र पाकिस्तानी पत्रकार आरूसा आलम को पाकिस्तान भेजना चाहिए जो उनके चंडीगढ़ आवास में रह रही हैं। खैहरा ने आरोप लगाया कि कैप्टन केंद्र की भाजपा सरकार को आधार और मौका दे रहे हैं कि करतापुर कॉरिडोर योजना रद्द की जाए क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनके मंत्रिमंडल सहयोगी नवजोत सिद्धू को इसका श्रेय मिले। खैहरा ने कहा कि कॉरिडोर के शिलान्यास के अवसर पर भी मुख्यमंत्री ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर पाकिस्तान के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था। कैप्टन अमरेंद्र के इस बयान कि वह मसूद अजहर (आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख) को पाकिस्तान से पकड़ लाएंगे।
कैप्टन पहले सुखबीर, मजीठिया और सुमेध सैनी को तो पकड़वाएं
खैहरा ने कहा कि धार्मिक बेअदबी मामलों व बहिबल कलां गोलीकांड में कैप्टन पहले सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया तथा पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी को तो पकड़वाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को विधानसभा चुनाव से पहले मौड बमकांड में भी विशेष कार्य बल (एसआईटी) के पहचान किए आरोपियों को गिरफ्तार करवाना चाहिए। खैहरा ने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह एक प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे अपने दामाद तथा आयकर के एक मामले में अपने बेटे को बचाने के लिए केंद्र के दबाव में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह पुलवामा आतंकी हमले के बहाने लोगों का ध्यान पंजाब के ज्वलंत मुद्दों जैसे किसानों की आत्महत्याएं, शिक्षकों, नर्स, आंगनवाड़ीकर्मियों, मंत्रियों के स्टाफ के आंदोलन, कमजोर प्रारंभिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा सेवाओं से बंटकाना चाहते हैं।