Edited By Tania pathak,Updated: 18 May, 2021 04:31 PM
ऐसे ही एक मामले में बड़ी कार्रवाही करते हुए जालंधर जिला प्रशासन ने शमशेर अस्पताल के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है।
जालंधर: जालंधर में प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से कोरोना महामारी के बीच लूटने के कई मामले सामने आए है। इसी को अब काबू करने के लिए जिला प्रशासन भी सख्त हो गया है।
ऐसे ही एक मामले में बड़ी कार्रवाही करते हुए जालंधर जिला प्रशासन ने शमशेर अस्पताल के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। मिली जानकारी अनुसार जालंधर डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत आने के बाद कोविड केयर फेसिलिटी को सस्पेंड कर दिया है। इसी के साथ-साथ जांच के लिए चार मेंबरी कमेटी बना दी गई है।
आपको बता दें कि अस्पताल पर गंभीर आरोप लगे है कि वहां मरीज को बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के लेवल- II कोविड केयर वार्ड में भर्ती कराया गया। इतना ही नहीं दवाओं और इंजेक्शन की कीमत भी महंगी लगाई गई जिसके बाद जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है।
आपको बता दें कि दिन-प्रतिदिन कोरोना वायरस कितना खतरनाक हो गया है, इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब यह वायरस फैलना शुरू हुआ था तो उसके बाद एक वर्ष में जितने पॉजिटिव रोगी मिले थे उससे अधिक अब मात्र 54 दिन में मिले हैं। ऐसे में जालंधर में भी अस्पतालों पर लूटने और कोरोना वायरस का लाभ उठाते हुए मरीजों की सेहत से खिलवाड़ करने के जैसे कई गंभीर आरोप लग चुके है।