Edited By Pardeep,Updated: 08 Oct, 2018 01:07 AM
पठानकोट बाईपास के समीप पड़ता मोहल्ला वचिंत नगर में एक पुराने घर से दो सपेरों ने बीन बजाकर एक-एक करके 24 सांप पकड़े गए।मोहल्ला निवासियों ने बताया कि इस पुराने घर में पिछले काफी समय से कोई भी नहीं रह रहा जिस कारण ये घर बंद रहता था। लोगों का कहना है कि...
जालंधर(सुनील): पठानकोट बाईपास के समीप पड़ता मोहल्ला वचिंत नगर में एक पुराने घर से दो सपेरों ने बीन बजाकर एक-एक करके 24 सांप पकड़े गए।मोहल्ला निवासियों ने बताया कि इस पुराने घर में पिछले काफी समय से कोई भी नहीं रह रहा जिस कारण ये घर बंद रहता था।
लोगों का कहना है कि हम ने अपने घर के ऊपर से कई बार यहां सांप घूमते देखे थे। कल जब मकान मालिक इस घर की सफाई करवाने के लिए मजदूर लगाए उन्होंने भी यहां सांपों को घूमते देखा तो उन्होंने सफाई करने से मना कर दिया। इस बात का संज्ञान लेते हुए मकान मालिक ने ठेकेदार से कहा कि कहीं से सपेरों को लेकर आओ जो इन सांपों को पकड़ सके। इस दौरान ठेकेदार गांव तल्हण में जाकर सपेरों को लेकर आया। सपेरों ने जब घर के अंदर जाकर बीन बजाई तो वहां सांपों का तांता लग गया जिससे लोगों में भय व्याप्त हो गया और वहां लोगों की भीड़ लग गई।
सपेरों को 24 सांप पकडऩे के लिए 3 से 4 घंटे लग गए जब सांप पकड़े गए जिस दौरान एक सपेरे को सांप ने काट भी दिया लेकिन सपेरे ने अपना इलाज खुद कर अपनी जान बचाई जिसके बाद मोहल्ले के लोगों ने राहत की सांस ली। सबसे पहले जो सांप पकड़ा गया उसकी लम्बाई करीब 6 फुट की थी, इसके साथ 4-5 सांप काफी बड़े भी पकड़े गए। सपेरों ने एक थैली में छोटे-छोटे सांपों के बच्चे पकड़ कर बांध रखे थे। लोगों ने भगवान का शुक्रिया अदा किया की मोहल्ले में कोई अनहोन घटना नहीं हुई क्योंकि गली में छोटे-छोटे बच्चे अक्सर खेलते रहते हैं।
क्या कहना है पार्षद पति लुबाना का
इस संबंध में वार्ड नं. 5 के पार्षद पति कुलदीप सिंह लुबाना का कहना है कि लोग अपने घर के आसपास साफ-सफाई रखें ताकि कि किसी प्रकार की अनहोनी घटना होने से बचा जा सके।
ए.एस.आई. ने भी अपने घर के पास से छोटा सा सांप पकड़ कर किया सपेरों के हवाले
जहां सपेरे बीन बजाकर सांप पकड़ रहे थे उसी दौरान साथ लगती गली में भी एक छोटा सा सांप थाना डिवीजन नं. 1 में तैनात कुलविन्द्र सिंह ने अपने घर के पास से पकड़ कर सपेरों के हवाले कर दिया। जिससे कुल पकड़े गए सांपों की गिनती 25 हो गई थी।