Edited By swetha,Updated: 11 Oct, 2018 08:33 AM
पंजाब को दहलाने के लिए आई.एस.आई. ने अंसार गजवत-उल-हिंद (ए.जी.एच.) को विशेष टार्गेट के लिए चुना था। इसके लिए पिछले तकरीबन 3 साल से एक्सरसाइज की जा रही थी। इसके तहत धीरे-धीरे हथियार व विस्फोटक सामग्री जालंधर में इकट्ठा कर दीपावली पर जालंधर सहित पंजाब...
जालंधर(रविंदर शर्मा): पंजाब को दहलाने के लिए आई.एस.आई. ने अंसार गजवत-उल-हिंद (ए.जी.एच.) को विशेष टार्गेट के लिए चुना था। इसके लिए पिछले तकरीबन 3 साल से एक्सरसाइज की जा रही थी। इसके तहत धीरे-धीरे हथियार व विस्फोटक सामग्री जालंधर में इकट्ठा कर दीपावली पर जालंधर सहित पंजाब के अन्य इलाकों को दहलाने की साजिश को अंजाम देने की तैयारी की जा रही थी।
इसके अलावा जालंधर सहित पंजाब के प्रमुख धार्मिक स्थल और जालंधर कैंटोनमैंट एरिया भी इन कश्मीरी आतंकियों के निशाने पर थे। पिछले तकरीबन 6 माह से जालंधर के सी.टी. इंस्टीच्यूट में हथियार व विस्फोटक सामग्री इकट्ठा की जा रही थी।
इन आतंकी गतिविधियों में सेंट सोल्जर इंस्टीच्यूट का एक छात्र भी शामिल है। हालांकि दीपावली से कुछ दिन पहले ही इन्हें कहां-कहां विस्फोट करना है, का टारगेट दिया जाना था। इससे पहले कि ये अपने मकसद में कामयाब होते जम्मू एंड कश्मीर पुलिस की सक्रियता ने इनकी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। खुफिया एजैंसियां, जम्मू एंड कश्मीर और पंजाब पुलिस के अधिकारी इस बात को खंगालने में जुट गए हैं कि आखिर इन आतंकियों के निशाने पर कौन-कौन से स्थान और कौन-सा विशेष व्यक्ति था।
जैश-ए-मोहम्मद ने कुछ साल पहले ही तैयार किया था अंसार गजवत-उल-हिंद नामक फ्रंटल संगठन
प्रमुख आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंसार गजवत-उल-हिंद नाम से कुछ साल पहले ही अपना फ्रंटल संगठन तैयार किया था। इस संगठन का मुख्य टारगेट पंजाब के इलाकों को दहलाकर दोबारा आतंकवाद लाना था। इस योजना के लिए कश्मीरी युवाओं को चुना गया था। विशेष ट्रेनिंग देने के बाद इन युवाओं को योजना के तहत पंजाब के अलग-अलग इंस्टीच्यूट्स में एडमिशन लेने के लिए कहा गया था।