Edited By Sonia Goswami,Updated: 23 May, 2018 04:18 PM
इंदरप्रीत सिंह चड्ढा सुसाइड मामले में डीजीपी ह्यूमन रिसोर्स डिवैलपमेंट सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के खिलाफ जांच पर रोक जारी रहेगी।
चंडीगढ़ः इंदरप्रीत सिंह चड्ढा सुसाइड मामले में डीजीपी ह्यूमन रिसोर्स डिवैलपमेंट सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के खिलाफ जांच पर रोक जारी रहेगी। वहीं चट्टोपाध्याय की तरफ से सौपी गई रिपोर्ट पर सरकार ने सवाल खड़ा किया। पंजाब के एजी अतुल नंदा ने कहा,चट्टोपाध्याय ने जो 2 रिपोर्ट कोर्ट में दी हैं उसमें एक रिपोर्ट में सिर्फ चट्टोपाध्याय के दस्तखत है। जबकि दूसरी रिपोर्ट में एसआईटी के सभी मेंबर्स के दस्तखत है।
बता दें कि एसएसपी राजजीत सिंह के ड्रग्स माफिया के साथ संबंधों को लेकर डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने 8 मई को कोर्ट में 2 रिपोर्ट सौंपी थी। पहली चड्डा सुसाइड केस की स्टेटस रिपोर्ट थी जबकि सूत्रों के अनुसार दूसरी रिपोर्ट में डीजीपी सुरेश अरोड़ा के ऊपर सवाल खड़े किए है। इसी दूसरी रिपोर्ट पर सिर्फ डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के साइन हैं। जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने कहा, सभी रिपोर्ट को पढ़ कर ही कुछ कहा जा सकता है।
वहीं पंजाब सरकार ने एसटीएफ हेड हरप्रीत सिद्धू की जांच रिपोर्ट को लेकर अपनी रिपोर्ट सील्ड कवर में कोर्ट को दी। सिद्धू ने बिक्रम मजीठिया की भूमिका को लेकर अपनी रिपोर्ट सरकार को दी थी। जिस पर सरकार ने मुख्य सचिव निर्मलजीत सिंह कलसी और डीजीपी सुरेश अरोड़ा की समिति बनाई थी। इसी समिति ने आज अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दी। इसके अलावा इस्पेक्टर इंदरजीत सिंह को लेकर विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट दाखिल की। कोर्ट में ईडी की तरफ से भी फाइल की गई रिपोर्ट, जिस पर निरंजन सिंह ने कहा कि यह रिपोर्ट उनको नहीं दिखाई गई। इस पर भारत सरकार के वकील चेतन मित्तल ने कहा कि यह कम्युनिकेशन गैप के कारण हुआ है। इसके बाद जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि आपस में बात करके इसको सुलझाया जाए।