Edited By Updated: 17 Dec, 2016 12:33 PM
अंतर्राज्यीय बार्डरों पर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए आज डी.आई.जी. पटियाला रेंज अमर सिंह चहल के नेतृत्व में इंटर स्टेट पुलिस को-आर्डीनेशन कमेटी की मीटिंग हुई।
पटियाला(बलजिन्द्र) : अंतर्राज्यीय बार्डरों पर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए आज डी.आई.जी. पटियाला रेंज अमर सिंह चहल के नेतृत्व में इंटर स्टेट पुलिस को-आर्डीनेशन कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें एस.एस.पी. पटियाला गुरमीत सिंह चौहान, एस.एस.पी. संगरूर प्रितपाल सिंह के अलावा एस.एस.पी. फतेहाबाद ओ.पी. नरवाल, एस.एस.पी. अंबाला अभिषेक जोरवाल, एस.एस.पी. कैथल सुमेरू प्रकाश, एस.पी. डी. हरविंद्र सिंह विर्क, एस.पी. राजपुरा जसविंद्र सिंह, एस.पी. सिटी सतबीर सिंह अटवाल, एस.पी. स्पैशल सैल बलविंद्र सिंह, एस.पी. सिक्योरिटी व ट्रैफिक बलराज सिंह, डी.एस.पी. ट्रैफिक जसकीरत सिंह, डी.एस.पी. समाना कृष्ण कुमार, डी.एस.पी. पातड़ां सतपाल शर्मा, डी.एस.पी. गूहला सुल्तान सिंह आदि अफसरों ने भाग लिया। बैठक में पंजाब और हरियाणा के भगौड़े और फरार हुए व्यक्तियों की लिस्टों का आदान-प्रदान किया गया। इसके अलावा इंटर स्टेट नाकों का रिव्यू किया गया। बैठक में शामिल पुलिस अफसरों ने आपस में तालमेल करके जुर्म, ड्रग स्मगलर, पैडलर, पे रोल जम्परों पर नकेल डालने का फैसला किया। बैठक में जुर्म करने वाले व्यक्तियों के साथ निपटने के लिए एक संयुक्त खास योजना तैयार की गई। बैठक में उपस्थित अफसरों को समय-समय पर तालमेल रखने के लिए हिदायतें जारी की गईं और एक-दूसरे राज्यों में ड्रग और शराब आदि नशों की तस्करी को रोकने के लिए जोर दिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए डी.आई.जी. अमर सिंह चहल ने कहा कि नशा तस्करी और जुर्म को रोकने के लिए खास निगरानी करते हुए बार्डर एरिया में संयुक्त नाके और बैरीकेड लगाए जाएं। उन्होंने जिलों की पुलिस के बीच आपसी तालमेल और सहयोग रखने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में आने वाले विधानसभा चुनाव में ऐसे कदम लाभकारी सिद्ध होंगे। बैठक में स्मगङ्क्षलग की रोकथाम का मुद्दा, अवैध शराब और अन्य मुद्दे भी विचारे गए। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि अपराध को रोकने के लिए अंतर्राज्यीय बार्डरों पर नाकों पर बढिय़ा किस्म के सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएं। मीटिंग में सूचना संबंधी आदान-प्रदान भी किया गया। इसके अलावा मीटिंग में यह भी फैसला किया गया कि पड़ोसी जिलों के कंट्रोल रूमों के बीच संचार की और साधन भी खोले जाएं।