Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 09:03 AM
क्या भारी मात्रा में नशीले पदार्थों, हथियारों व नकदी के साथ गिरफ्तार किए गए पंजाब पुलिस के बहुचॢचत इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह की गिरफ्तारी ने ड्रग तस्करों को इस कदर राहत प्रदान कर दी है कि उक्त इंस्पैक्टर की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश भर में गत 3 महीने...
कपूरथला(भूषण): क्या भारी मात्रा में नशीले पदार्थों, हथियारों व नकदी के साथ गिरफ्तार किए गए पंजाब पुलिस के बहुचॢचत इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह की गिरफ्तारी ने ड्रग तस्करों को इस कदर राहत प्रदान कर दी है कि उक्त इंस्पैक्टर की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश भर में गत 3 महीने से चल रही ड्रग विरोधी मुहिम की रफ्तार जहां काफी हद तक ठंडी पड़ गई है।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम ने पंजाब पुलिस के ज्यादातर थाना प्रभारियों व जी.ओ. रैंक के अधिकारियों को इस कदर दहशत में डाल दिया है कि वे किसी अज्ञात डर से न तो गत 1 सप्ताह से किसी बड़े ड्रग तस्कर को गिरफ्तार कर पाए हैं और न ही ड्रग की कोई बड़ी खेप बरामद कर पाए हैं।
कार्रवाई का डर सताने लगा है पुलिस कर्मचारियों को
करोड़ों रुपए मूल्य के ड्रग्स, हथियारों व लाखों रुपए की नकदी के साथ विगत सोमवार की सुबह एस.टी.एफ. द्वारा गिरफ्तार किए गए पंजाब पुलिस के इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह के मामले ने जहां पंजाब पुलिस की छवि को काफी हद तक दागदार किया है, वहीं इस अहम गिरफ्तारी से पंजाब पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना नजर आने लगी है। इतना ही नहींं इंद्रजीत सिंह की गिरफ्तारी के दौरान कई लोगों पर डाले गए फर्जी मामले के सामने आने की संभावना को देखते हुए भी इंद्रजीत सिंह के साथ जुड़े रहे कई जूनियर पुलिस कर्मचारियों को भी अपने पर कार्रवाई का डर सताने लगा है जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश के सभी जिलों में ड्रग विरोधी मुहिम में भारी गिरावट देखने को मिली है।
ड्रग बरामदगी से कतरा रहे हैं पुलिस अधिकारी
प्रदेश भर में सुॢखयों पर चल रहे इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह के गिरफ्तारी मामले ने प्रदेश भर में तैनात बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों में किसी अज्ञात डर की दहशत ने इस कदर अपनी जगह बना ली है कि वे अब ड्रग विरोधी मुहिम के दौरान बड़े ड्रग तस्करों को नशे की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार करने से कतराते नजर आने लगे हैं।
इंद्रजीत गिरफ्तारी मामले में कई बेकसूर लोगों के बिना कारण ड्रग मामलों में फंसने की चर्चाओं को देखते हुए अब ज्यादातर पुलिस अधिकारियों को इस बात की चिंता भी सताने लगी है कि यदि वे भविष्य में ड्रग की खेप के साथ बड़े ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करते भी हैं तो उन पर गिरफ्तार व्यक्ति को फर्जी तरीके से फंसाने का आरोप लग सकता है जिसके कारण ही अब ड्रग विरोधी मुहिम ठंडी पड़ती नजर आने लगी है। इसकी पुष्टि कई पुलिस अधिकारियो ने अपना नाम न छापने की शर्त पर की है।
फरार ड्रग तस्करों को मिल रहा है भारी फायदा
3 महीने पहले प्रदेश सरकार के आदेशों पर सभी जिलों में शुरू की गई ड्रग विरोधी मुहिम के दौरान की गई सख्ती के कारण कई बड़े ड्रग तस्कर अपने ठिकानों से भाग निकले थे तथा इस दौरान उनके घरों को ताले लग गए थे लेकिन अब इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद हालात इस कदर बदले नजर आने लगे हैं कि ड्रग प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस की कार्रवाई ठंडी पडऩे से ड्रग तस्करों को भारी फायदा मिलता नजर आने लगा है जो कहीं न कहीं आने वाले दिनों में एक बुरा संदेश बन कर सामने आ सकता है।
अच्छा काम करने वाले पुलिस अधिकारियों को मिलने चाहिएं दिशा-निर्देश
पंजाब पुलिस का नाम दागदार करने वाले इंस्पैक्टर इंद्रजीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश सरकार को अब जहां पुलिस में काम कर रही काली भेड़ों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करनी होगी, वही ड्रग विरोधी मुहिम को लगातार चलाने के लिए अच्छे व मेहनती पुलिस अधिकारियो को खुली छूट देकर नए दिशा-निर्देश देने चाहिएं ताकि ड्रग तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा जा सके।
क्या कहना है एस.एस.पी. संदीप शर्मा का
इस संबंध में जब एस.एस.पी. संदीप शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होने कहा कि पंजाब पुलिस में काम कर रही काली भेड़ों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। वहीं ड्रग विरोधी मुहिम में बढिय़ा काम करने वाले पुलिस अधिकारियो व कर्मचारियों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसे पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को पुलिस विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा।