Edited By Suraj Thakur,Updated: 01 Feb, 2019 01:41 PM
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट को लेकर पंजाब के उद्योगपति और किसान खासे बिफरे हुए है।
लुधियाना। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट को लेकर पंजाब के उद्योगपति और किसान खासे बिफरे हुए है। सूबे के उद्योगपतियों ने जहां पर इस बजट को वोट बैंक की राजनीति बताया है, वहीं दूसरी ओर इस बजट को किसानों ने उनके साथ किया गया भद्दा मजाक करार दिया है।
लुधियाना में चेंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल अंडरटेकिंग सीआईसीयू के महासचिव पंकज शर्मा ने कहा कि बजट में उद्योगपतियों को कोई खास राहत नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि अंतरिम बजट को 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए तैयार किया गया है। उधर किसानों ने बजट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। किसानों का कहना है कि उनको 6 हजार रुपए की राशि जारी करने का प्रावधान उनके साथ बेहूदा मजाक है। किसानों का कहना है कि उन्हें जो मोदी सरकार से उम्मीदें थी उन पर वह खरे नहीं उतरे हैं। पंजाब के किसान कर्ज में डूबे हुए हैं और मोदी सरकार को मजाक सूझ रहा है।