Edited By swetha,Updated: 13 Mar, 2020 04:05 PM
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे प्रोकप के कारण आई.सी.पी.अटारी सीमा पर होना वाला भारत-अफगानिस्तान का ट्रेड आज से बंद हो गया।
अमृतसर(नीरज): कोरोना वायरस ने भारत-अफगानिस्तान कारोबार को भी अपनी चपेट में ले लिया है। आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर भारत व अफगानिस्तान के बीच होने वाला कारोबार 1 महीने के लिए बंद कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की सरकार ने कोरोना वायरससे बचाव के लिए अफगानिस्तान के ट्रकों को एक महीने के लिए रास्ता देने से मना कर दिया है। पाकिस्तान का बार्डर अफगानिस्तान के बार्डर से सटा हुआ है और अफगानिस्तान का बार्डर ईरान के बार्डर से सटा हुआ है। ईरान में इस समय कोरोना वायरस बुरी तरह से फैला हुआ है सैंकड़ों लोगों को मौत का शिकार बना चुका है।
पाकिस्तान सरकार को भय है कि कहीं अफगानिस्तान से आने वाले ट्रकों में रखे माल या फिर अफगानी नागरिकों की पाकिस्तान में एंट्री के कारण कोरोना वायरस कहीं पाकिस्तान में भी ना फैल जाए। इतना ही नहीं पाकिस्तान में सेहत सेवाएं भी काफी बदहाल हैं।
हालांकि पाकिस्तान की तरफ से लिया गया यह फैसला सार्क संधि का सरेआम उल्लंघन है और पाकिस्तान की सरकार भारत जाने वाले अफगानी ट्रकों को रास्ता देने के लिए कानूनन बाध्य भी है। बताते चलें कि अफगानिस्तान की तरफ से भारत को भेजे जाने वाले ट्रक पाकिस्तान के रास्ते आई.सी.पी. अटारी पर आते हैं। अफगानिस्तान की तरफ से शुक्रवार तक जितने भी ट्रक भारत की तरफ भेजे जाएंगे सिर्फ उनको ही एंट्री मिलेगी।
अटारी बार्डर पर 30 हजार परिवार 1 वर्ष से बेरोजगार
पुलवामा हमले के बाद भारत सरकार की तरफ से फरवरी 2019 में पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं पर 200 प्रतिशत ड्यूटी लगाए जाने के बाद पहले ही पाकिस्तान से आयात-निर्यात बंद है और अटारी बार्डर पर काम करने वाले लगभग 30 हजार परिवार पिछले एक वर्ष से बेरोजगारी के आलम में जी रहे हैं। अफगानिस्तान से आने वाले ट्रकों के चलते इन लोगों को थोड़ा बहुत आमदनी हो रही थी, लेकिन अब यह भी बंद हो जाएगी। अटारी क्षेत्र में रहने वाले हजारों परिवारों को अब रोजी-रोटी के लाले पडऩे भी तय हो गए हैं क्योंकि जे.सी.पी. अटारी बार्डर पर टूरिस्टों की एंट्री भी बंद हो चुकी है और बार्डर पर सैंकड़ों रैस्टोरैंट्स, ढाबे व अन्य दुकाने बंद हो चुकी हैं।
अफगानिस्तान से आ रहा था ड्राईफू्रट व सेब
आई.सी.पी. अटारी पर भारत-अफगानिस्तान के बीच होने वाले कारोबार पर नजर डालें तो पता चलता है कि मौजूदा समय में अफगानिस्तान से सेब व ड्राईफू्रट का आयात हो रहा था। भारत की तरफ से अफगानिस्तान को कोई भी वस्तु आई.सी.पी.के रास्ते निर्यात नहीं की जाती है। अफगानिस्तान से रोजाना 5 से 6 ट्रक आई.सी.पी. अटारी पर आ रहे थे।