Edited By Updated: 12 Jan, 2017 10:05 AM
मुश्किलों के कई दौर आए लेकिन हिम्मत नहीं हारी। सोचा भी न था कि इतने बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा को पेश करने का मौका मिलेगा।
लुधियाना(मीनू): मुश्किलों के कई दौर आए लेकिन हिम्मत नहीं हारी। सोचा भी न था कि इतने बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा को पेश करने का मौका मिलेगा। ऐसा कहना है इंडियन आइडल-9 के टॉप 14 में आए शहर के हरदीप और खुदा बख्श का। हरदीप सिंह लुधियाना व खुदा बख्श मुक्तसर के रहने वाले हैं। दोनों ने ही टॉप 14 में आकर पंजाब का नाम रोशन किया है। हरदीप व खुदा बख्श ने एक टी.वी. चैनल द्वारा आयोजित प्रैस वार्ता में बताया कि इस मंच को उन्होंने बेहद मुश्किलों को पार करके प्राप्त किया है। अब उनका एकमात्र उद्देश्य पंजाब के लिए इंडियन आइडल-9 का टाइटल जीतना है।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
हरदीप सिंह ने बताया कि ऐसा नहीं है कि उसे बचपन से ही संगीत का शौक था। उसके पापा संगीत के शौकीन थे। भगवान ने उसे अच्छी आवाज दी है लेकिन एक दिन संगीत ही उसका प्रोफैशन बन जाएगा सोचा न था। सिंङ्क्षगग की कई प्रतियोगिताएं अपने नाम की हैं लेकिन इंडियन आइडल जैसे बड़े मंच पर मौका पहली बार मिला है। खुदा बख्श ने कहा कि संगीत उनकी रगों में बसता है लेकिन हालात ऐसे रहे हैं कि कभी आगे आने का मौका ही नहीं मिला। पिता की मौत के बाद परिवार की सारी जिम्मेदारी मेरे सिर आ गई। मेरी 5 बहनें हैं और मां ने लोगों के घरों में काम करके हमें पाला-पोसा है। इंडियन आइडल के बड़े मंच पर पहली बार मौका मिला है। अब बस मुझे वायज ऑफ इंडिया का टाइटल अपने नाम कर पंजाब का नाम रोशन करना है। खुदा बख्श की मां आशा बेगम ने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है।