Edited By Tania pathak,Updated: 17 Jun, 2020 07:06 PM
यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। इसके कारण दोनों देशों के बीच सीमा पर पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गई है...
पंजाब: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गलवान घाटी में चीन और भारत की हिंसक झड़प में शहीद हुए पंजाब के चार शहीदों को ट्वीट करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कैप्टन ने ट्वीट कर कहा कि "मैं पंजाब के शहीदों सूबेदार मनदीप सिंह और सतनाम सिंह और सिपाही गुरबिंदर सिंह और गुरतेज सिंह का सम्मान करता हूं, जिन्होंने चीन के साथ लद्दाख संघर्ष में अपना जीवन दिया। वाहेगुरू उनके परिवारों को शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की ओर से अनुदान और परिजनों को नौकरी दी जाएगी"।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। इसके कारण दोनों देशों के बीच सीमा पर पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गई है।
बीते दिन भी कैप्टन ने चीन की तरफ से हुए इस हमले की निंदा करते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि,''हमारे सैनिक कोई खेल नहीं कि हमारी सरहदों की सुरक्षा करते अफसरों और जवानों को हर थोड़े दिनों बाद मार या ज़ख़्मी कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह उस समय पर घटा जब दोनों तरफ से फौजें कई दिनों के तनाव की स्थिति से अलग होने की प्रक्रिया में थे।
उन्होंने ने कहा,'अब समय आ गया है कि भारत पड़ोसी मुल्क की तरफ से बार -बार किये जा रहे हमलों का जवाब दे जो हमारे क्षेत्रीय अधिकारों की घोर उल्लंघन है और हमारी क्षेत्रीय प्रभुसत्ता पर होते हमलों को रोके। भारत की तरफ़ से किसी भी किस्म की कमज़ोरी के संकेत के साथ चीन की प्रक्रिया ओर हिंसक हो जाती है।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हालाँकि सरहद पर तनाव घटाना सब से अधिक ज़रूरी है और भारत जंग के हक में नहीं है परन्तु फिर भी हमारा देश इस मौके कमज़ोरी नहीं दिखा सकता और चीन को किसी ओर घुसपैठ से रोकने और अपनी, सीमाएं और आदमियों पर हमले को रोक पहनने के लिए सख़्त कदम अपनाने की ज़रूरत है।