Edited By swetha,Updated: 04 Oct, 2018 09:15 AM
भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुके जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के भ्रष्ट अधिकारियों को अब आने वाले समय में भारी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा क्योंकि ट्रस्ट अधिकारी निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के राडार पर हैं। 500 करोड़ का घोटाला होने के चलते सिद्धू ने...
जालंधर(पुनीत): भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुके जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के भ्रष्ट अधिकारियों को अब आने वाले समय में भारी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा क्योंकि ट्रस्ट अधिकारी निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के राडार पर हैं। 500 करोड़ का घोटाला होने के चलते सिद्धू ने पूरी नजरें जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट पर जमाई हुई है। इसके चलते जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के अधिकारी बड़ी मुश्किल में आने वाले हैं। एल.डी.पी. के केसों को लेकर 500 करोड़ से अधिक के घोटाले के चलते नवजोत सिंह सिद्धू ने बड़ी इंक्वायरी बिठाई हुई है। इसके चलते ट्रस्ट अधिकारी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं।
5 करोड़ ने दी राहत
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट को निकाय विभाग द्वारा 5 करोड़ की मदद देने के चलते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा आने वाले दिनों में पेशी के दौरान चैक दिया जाएगा ताकि उन्हें राहत मिल सके। सुप्रीम कोर्ट में चल रहे एक केस के दौरान ट्रस्ट द्वारा पैसे न देने के चलते बड़ी कार्रवाई होने की आशंका थी। इसके चलते ट्रस्ट द्वारा निकाय विभाग से मदद मांगी गई थी। इस दौरान निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नगर निगम से 5 करोड़ रुपए जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट को शिफ्ट करवाए थे।
काम करोगे तो मिलेगी तनख्वाह
जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की लेडिज सिंघम सुरिंद्र कुमारी ने अपने कर्मचारियों से साफ कह दिया है कि अगर आपको तनख्वाह चाहिए तो आपको उसके लिए पैंङ्क्षडग पेमैंट की वसूली करनी पड़ेगी। ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत के दौरान कुमारी ने कहा कि अगर उसके कर्मचारी वसूली नहीं करेंगे तो उसके बारे में वह निकाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट मौजूदा समय में वित्तीय संकट से जूझ रहा है इसलिए सभी को काम करने की जरूरत है।
पी.एन.बी. ने कर दी मदद : कुमारी
वहीं, इस संबंध में ट्रस्ट की ई.ओ. सुरिंद्र कुमारी ने कहा कि उनकी पंजाब नैशनल बैंक के डी.जी.एम. सहित वरिष्ठ अधिकारियों से बात हो चुकी है, उन्हें नीलामी करवाने की इजाजत मिल चुकी है। इस संबंध में वह निकाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करके नीलामी करवाने की इजाजत मांगेंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार उन्हें इस संबंध में छूट देकर ट्रस्ट की परेशानियों को समझेगी।
225 करोड़ का मामला सुलझाया जाएगा
वहीं, इस संबंध में चंडीगढ़ में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट जालंधर द्वारा पंजाब नैशनल बैंक को 113 करोड़ का कर्ज अदा करना है। वहीं जालंधर दफ्तर द्वारा 100 करोड़ रुपए से अधिक की इन्हांसमैंट अदा की जानी है, जिसके चलते सारा मामला निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को बताया जा चुका है। उम्मीद है कि सरकार द्वारा जल्द ही फंड उपलब्ध करवाकर जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट को आॢथक मदद दी जाएगी।