Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 10:10 AM
राज्य में अवैध माइनिंग के खिलाफ अभियान शुरू करने वाले मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा अब निकट भविष्य में भी अवैध माइङ्क्षनग का पता लगाने के लिए कभी भी अचानक चैकिंग की जा सकती है।
जालंधर(धवन): राज्य में अवैध माइनिंग के खिलाफ अभियान शुरू करने वाले मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा अब निकट भविष्य में भी अवैध माइङ्क्षनग का पता लगाने के लिए कभी भी अचानक चैकिंग की जा सकती है।मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि कै. अमरेन्द्र सिंह ने कुछ दिन पहले तो करतारपुर जाते समय फिल्लौर व नवांशहर के निकट अवैध माइनिंग को लेकर चैकिंग की थी। उन्होंने पिछले दिनों नकोदर में किसान ऋण माफी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हैलीकाप्टर से जाते समय अब दूसरी बार अवैध माइनिंग को लेकर चैकिंग की, जिसकी जानकारी अभी तक शायद अधिकारियों को भी नहीं है।
कै. अमरेन्द्र सिंह ने स्वयं ही हैलीकाप्टर के पायलट को कहा कि वह सतलुज दरिया के धुस्सी बांध के निकट हैलीकाप्टर को लेकर जाए। पायलट जब हैलीकाप्टर को धुस्सी बांध के निकट ले गया तो वहां पर उस समय न तो किसी भी प्रकार की अवैध माइनिंग चल रही थी और न ही कोई मशीन माइनिंग के कार्य में लगी हुई थी।
सरकारी हलकों ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा अब आगे भी अवैध माइनिंग का पता लगाने के लिए विभिन्न जिलों के दौरे करते समय हैलीकाप्टर से चैकिंग की जा सकती है। इसी तरह से सड़क मार्ग से सफर करते समय भी मुख्यमंत्री किसी भी स्थान पर अवैध माइनिंग का पता लगाने के लिए अचानक चैकिंग कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री की अचानक चैकिंग का असर तो पिछले कुछ दिनों से देखा गया है तथा माइनिंग के कार्य में प्रयुक्त हो रही मशीनें गायब हो गई हैं। अगर आगे भी कै. अमरेन्द्र सिंह इसी तरह से अपने अभियान को जारी रखते हैं तो राज्य में काफी हद तक अवैध माइनिंग पर रोक लग सकती है। पंजाब में बजट सत्र के बाद कै.अमरेन्द्र सिंह द्वारा जिलों के दौरे शुरू किए जाएंगे जिस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा अवैध माइनिंग के विरुद्ध दूसरे चरण में अपना अभियान शुरू किया जाएगा। दूसरे चरण में कैप्टन द्वारा की जाने वाली चैकिंग से विरोधियों के अंदर भी यह असर जाएगा कि सरकार अवैध माइङ्क्षनग के विरुद्ध कड़ा अभियान चलाए हुए हैं।