Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 03:32 PM
नगर के कई मोहल्लों के आसपास बिल्डिंग मैटीरियल ठेकेदारों व लोगों द्वारा कथित तौर पर गैर-कानूनी ढंग से ईंटों की ब्रिकी के कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है,
फिरोजपुर (चावला): नगर के कई मोहल्लों के आसपास बिल्डिंग मैटीरियल ठेकेदारों व लोगों द्वारा कथित तौर पर गैर-कानूनी ढंग से ईंटों की ब्रिकी के कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है, जिसके चलते न केवल भट्ठा मालिकों का कारोबार प्रभावित हो रहा है बल्कि इस अवैध कारोबार से खाद्य आपूर्ति विभाग को मिलने वाले रैवेन्यू को भी चपत लग रही है, लेकिन यह बात भी समझ से परे है कि आखिर जगह-जगह होने वाले इस अवैध कारोबार को देखने के बावजूद भी संबंधित विभाग के अधिकारी आंखें क्यों मूंदे बैठे हैं। जानकारी के अभाव के कारण आम आदमी (उपभोक्ता) कम साइज वाली व कच्ची ईंटें खरीदकर जहां अपने खून-पसीने की कमाई लुटा रहा है, वहीं अपनी व अपने परिवार की जान को भी जोखिम में डाल रहा है।
भट्ठा संचालक ही कर सकते हैं ईंटों की बिक्री
अब अगर बात की जाए ईंटों की बिक्री करने संबंधी कारोबार की तो नियमों के अनुसार इसकी ब्रिकी केवल ईंटें तैयार करने वाले भट्ठा मालिक ही कर सकते हैं, जबकि उन्हें भी इस कार्य के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग से लाइसैंस प्राप्त करना जरूरी है, जिसके लिए बकायदा भट्ठा कारोबारियों द्वारा सेल प्वाइंट तक बनाए गए हैं, लेकिन इस सबके बावजूद ईंटों का गैर-कानूनी कारोबार प्रतिदिन फल-फूल रहा है, जोकि विभाग, कारोबारियों व आम लोगों के लिए खतरे की घंटी है।
जी.एस.टी. की हो रही चोरी
भट्ठा कारोबारियों की मानें तो ईंट के इस अवैध कारोबार से न केवल ये लोग जी.एस.टी. की ही चोरी कर रहे हैं बल्कि इस कार्य से आम आदमी की जिंदगी भी खतरे में डाली जा रही है। भट्ठा कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर यह भी बताया कि कुछेक लोग बाहरी शहरों से 2 नम्बरी की हलकी ईंटें मंगवाकर इमारतों का निर्माण करने वाले आम लोगों को महंगे दाम में बेच देते हैं, जो कुछ ही समय बाद टूटने लगती हैं तथा उनका साइज भी छोटा होने के चलते आम आदमी को जानकारी न होने पर भी इनकी कीमत बढ़ कर चुकानी पड़ती है।