Edited By swetha,Updated: 28 Aug, 2019 10:18 AM
सात फेरों में बंधते ही बेवफा पति ने पहले अपनी ही जिंदगी की हमसफर को ‘चिट्टा’ का नशा दे दिया और बाद में तलाक।
अमृतसर(सफर): सात फेरों में बंधते ही बेवफा पति ने पहले अपनी ही जिंदगी की हमसफर को ‘चिट्टा’ का नशा दे दिया और बाद में तलाक। महिला ‘चिट्टा’ की इतनी आदी हो गई कि रोज 2 से 3 हजार रुपयों का नशा करने लगी। हालात यहां तक पहुंच गए कि एक-एक कर बैंक बैलेंस और घर की चीजें बिकने लगीं। 2-3 बार नशा छुड़ाओ केन्द्र में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया तो वहां से भाग आई। अब हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि चिट्टा के नशे में गिरफ्त पीड़िता की मजबूर मां ने कुछ दिन पहले ही बेटी के पैरों में जंजीरें डाल दी हैं।
बेटी की हालत देख तड़प उठती है मां
नशे में तड़प रही बेटी की हालत देख मां चिल्ला उठती है। कहती है कि ‘पिता का साया बचपन में ही उठ गया था ऐसे में विधवा होने के बावजूद जवान बेटी को ससुराल से तलाक के बाद अपने चौखट पर ले आई। ‘चिट्टा’ के नशे में जब तड़पने लगती तो मेरी जान ही निकल जाती। यह कहते हुए मां की ममता रोने लगती है। फिर बताती है कि जब बेटी के हालात बिगड़ते देखा तो अमृतसर के नशा छुड़ाओ केन्द्र में भर्ती करवाया। वहां ‘नशेड़ी पुरुषों’ के बीच ‘बेटी’ को अकेली छोड़ पाना बेहद गलत था। बेटी जब अस्पताल से भाग खड़ी हुई तो मैं उसे घर ले आई। अब दिनभर उसे जंजीरों में बांधे इसलिए रखती हूं कि जब नशा टूटता है तो उसे किसी बात की सुध-बुध नहीं रहती। सारा दिन बेटी का हालत देख रोती रहती हूं। कोसती है इलाके में नशा बेचने वालों और उन्हें संरक्षण देने वाले खादी व खाकी को।
नशा तस्करों के खिलाफ साथ देने की अपील
ए.डी.सी.पी.नार्थ सर्बजीत सिंह कहते हैं कि इलाके में सर्च अभियान चल रहा है। नशा के खिलाफ पुलिस के अभियान में लोग साथ दें। इलाके में नशा बेचने वालों की धड़पकड़ की जा रही है। पंजाब महिला कांग्रेस के प्रधान व ग्रामीण खादी उद्योग की चेयरपर्सन ममता दत्ता कहती हैं कि पंजाब में चिट्टा के नशे में नौजवान बेटियां गिरफ्त हो रही हैं जो चिंता का विषय है। बेटियों को नशा से बचाने के लिए ‘महिला नशा छुड़ाओ केन्द्र’ खोलने की मांग सी.एम साहिब से करूंगी।
‘चिट्टे’ का नशा जब टूटता है तो लगता है मौत आ जाएगी
थाना रणजीत एवेन्यू के हाऊसिंग बोर्ड कालोनी में जंजीरों से बंधी यह महिला यह जानती है कि ‘चिट्टा’ मौत को दावत दे रहा है, लेकिन कहती है कि जब चिट्टा नहीं मिलता तो लगता है कि मौत आ जाएगी, मैं नशा छोडना चाहती हूं। मैं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से ‘महिला नशा छुड़ाओ केन्द्र’ की मांग करती हूं, ताकि मेरी जैसी और भी पंजाब की बेटियां नशा छोड़ सकें।