Edited By Vatika,Updated: 09 Jan, 2019 04:23 PM
लोकसभा चुनाव निकट आते ही राजनीतिक दलों के साथ-साथ राजनेताओं ने भी अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है। आप के 2 मजबूत नेताओं एच.एस.फूल्का और सुखपाल खैहरा ने पार्टी से अलग होकर अपने राजनीतिक संगठन बना लिए है।
चंडीगढ़ः लोकसभा चुनाव निकट आते ही राजनीतिक दलों के साथ-साथ राजनेताओं ने भी अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है। आप के 2 मजबूत नेताओं एच.एस.फूल्का और सुखपाल खैहरा ने पार्टी से अलग होकर अपने राजनीतिक संगठन बना लिए है।
गत दिवस खैहरा ने लोगों की सेवा करने के लिए पंजाब एकता पार्टी का गठन किया तो दूसरी तरफ फूल्का ने सिख सेवक संगठन आज बनाने की घोषणा कर दी। बताया जाता है कि फूल्का द्वारा आप से इस्तीफा देने के बाद यह अटकले लगाई जा रही थी कि वह भाजपा में शामिल होने जा रहे है। मगर फूल्का ने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि उनका भाजपा में जाने का कोई इरादा नहीं। फूल्का ने कहा कि सिख सेवा संगठन का गठन इस मकसद से किया गया है तांकि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी) का राजनीतिकरण खत्म किया जा सके। बताया जाता है कि फूल्का ने अपने संगठन की घोषणा से पहले ही कह दिया था कि वह एस.जी.पी.सी. को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे।
गौर हो कि 1984 दंगों के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए फूलका लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं। कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को सजा तक पहुंचाने में भी उनका अहम रोल रहा।