कैसे होगा शिक्षा का विकास जब सरकारी स्कूलों में नहीं होंगे अध्यापक

Edited By swetha,Updated: 13 Jun, 2018 08:58 PM

how will education be developed when not in government schools teachers

: एक ओर शिक्षा विभाग जहां शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है, वहीं दूसरी ओर हालात अभी भी जस के तस बने हैं, क्योंकि 3538 अध्यापकों की भर्ती करने के दावे कर रही सरकार अभी तक तो अध्यापकों की कमी को पूरा भी नहीं कर पाई है। इतना...

पटियाला(प्रतिभा): एक ओर शिक्षा विभाग जहां शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है, वहीं दूसरी ओर हालात अभी भी जस के तस बने हैं, क्योंकि 3538 अध्यापकों की भर्ती करने के दावे कर रही सरकार अभी तक तो अध्यापकों की कमी को पूरा भी नहीं कर पाई है। इतना ही नहीं खुद मुख्यमंत्री के जिले में हालात और भी ज्यादा खराब हैं। समाना, पातड़ां और राजपुरा-घनौर समेत कितने ही गांवों के सरकारी स्कूल अध्यापकों की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें कुल 356 मास्टर काडर की पोस्टें खाली हैं।
 

कितने ही ऐसे स्कूल हैं, जहां सालों से अलग-अलग विषयों के अध्यापक ही नहीं पहुंचे हैं। इस बारे में खुद शिक्षा विभाग अथॉरिटी भी जानती है और हाल ही में जिले में खाली पड़े अलग-अलग विषयों के अध्यापकों की पोस्टों को लेकर एक लिस्ट भी जारी की गई है। इस लिस्ट को देखा जाए तो पता चलता है कि शिक्षा का स्तर ऊंचा कैसे होगा जब शिक्षा देने वालों की ही कमी से लगभग सभी सरकारी स्कूल जूझ रहे हैं।PunjabKesari

गौरतलब है कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद से ये हलचल शुरू हो गई थी कि शिक्षा के स्तर में काफी सुधार होगा। सरकारी स्कूलों में जहां अध्यापकों की कमी है, वहां अध्यापक लगाए जाएंगे। हालांकि सरकार के एक साल बीत जाने के बाद भी अध्यापकों की भर्ती नहीं हुई है। जबकि पहले बनाए शिक्षामंत्री बदल गए हैं और नए शिक्षामंत्री लगाए भी जा चुके हैं। अब इस बात की उम्मीद की जा रही है कि जिले के सीमांत गांवों में जहां एक भी अध्यापक नहीं हैं, वहां जल्द ही अध्यापक भेजे जाएंगे ताकि स्कूलों के रिजल्ट अच्छे निकल सकें। खासकर इस बात की उम्मीद तो सभी लगाकर बैठे हैं कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह अपने जिले में तो इस कमी को पूरा करें। लेकिन ये कब तक हो पाएगा, इसके बारे में अभी कोई नहीं जानता।

जिले में 101 गणित के अध्यापकों के पद खाली

पटियाला जिले के तहत राजपुरा, पातड़ां, समाना, घनौर ये ऐसे इलाके हैं जहां के स्कूलों में अध्यापकों की जरूरत के मुताबिक काफी कमी है। सिर्फ गणित विषय के बात करें तो 101 अध्यापकों की वैकेंसी खाली पड़ी है। जबकि साइंस के 86 अध्यापकों की पोस्ट खाली पड़ी है। इसके अलावा पंजाबी के 13, सामाजिक शिक्षा के 26, ङ्क्षहदी के 36, अंग्रेजी के 5, डी.पी.ई. के 86, संगीत विषय के 2 और खेतीबाड़ी विषय की 1 पोस्ट खाली है। ये विभाग द्वारा जारी की गई नई लिस्ट के मुताबिक खाली पोस्टों का ब्यौरा है। विभाग ने यह लिस्ट क्यों जारी की है, इसकी जानकारी नहीं है, पर इस बात की उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में ये खाली पद भरे जाएंगे।PunjabKesari

3 विषय की पोस्टों को लेकर कोर्ट में चल रहे केस
वैसे तो सरकार के पास पोस्टें न भरने के कई बहाने होते ही हैं, इन खाली पोस्टों में से 3 विषयों की पोस्टों को लेकर कोर्ट में पहले से ही स्टे चल रहा है। इसमें हिंदी और अंग्रेजी व डी.पी.ई. की पोस्टों को भरने पर अभी स्टे है और सरकार द्वारा इसका कोई हल भी नहीं निकाला गया है। 
 

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