Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Apr, 2018 05:29 PM
शिरोमणि अकाली दल की बैठक चंडीगढ़ में शिअद प्रधान सुखबीर बादल के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि वह कैप्टन 3 दिनों के अंदर ही11 वीं की पाठ्य पुस्तकों से हटाई गई सिखों की कुर्बानी को दोबारा...
चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चुनौती दी है कि वह पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 11वीं कक्षा की नई इतिहास की किताब मीडिया सामने पेश करें जिससे उनकी तरफ से किए इस दावे की पुष्टि हो सके कि 12 वीं कक्षा की इतिहास की किबाब में से सिख इतिहास बारे सिलेबस गायब नहीं किया गया, बल्कि इसको तबदील करके 11वीं क्लास की पुस्तक में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि इससे पहले कि उनके अधिकारी सिलेबस में से सिख इतिहास को गायब करने की गलती छिपाने के लिए नई किताब छाप कर लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करे, वह तुरंत सिख इतिहास के सभी पुराने चैपटरों वाली नई किताब सभी के साथ सांझी करें।
स्मरण रहे है कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि बोर्ड के सिलेबस में से कोई भी चैप्टर हटाया नहीं गया है और एन. सी. ई. आर. टी. के निर्देशों अनुसार इन चैपटरों को 11वीं क्लास के सिलेबस में से निकाल कर 12वीं क्लास के सिलेबस में डाल दिया गया है।
बादल ने अकाली दल की तरफ से लगाए आरोप संबंधित मुख्यमंत्री के खंडन को बिल्कुल ही गलत और गुमराह करने वाला करार देते कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले की तुरंत जांच के आदेश देने चाहिए थे, न कि इस गलती के लिए जिम्मेदार आधिकारियों की बात सुन कर गलत बयानबाजी करनी चाहिए थी। प्रैस बयान जारी करते बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर जल्दबाजी में बयान देने की जगह पहले सम्बन्धित क्लासों की दोनों नई और पुरानी किताबें मंगवा कर उनकी तुलना करनी चाहिए थी। सुखबीर ने कहा कि कैप्टन का यह दावा बिल्कुल गलत है।