पुस्तक विवाद पर कैप्टन ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा,विवाद के पीछे प्राइवेट पब्लिशरों का हाथ होने की जताई

Edited By Sonia Goswami,Updated: 04 May, 2018 08:49 AM

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पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक से सिख इतिहास को बाहर करने के मुद्दे पर राजनीति गर्मा गई है।

चंडीगढ़ (भुल्लर): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक से सिख इतिहास को बाहर करने के मुद्दे पर राजनीति गर्मा गई है। शिअद और अन्य विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे इस मुद्दे के खिलाफ अब कैप्टन सरकार के मंत्रियों ने मोर्चा संभाला है। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि सिलेबस में सिख इतिहास को नहीं हटाया गया। वहीं इतिहास की पुस्तक में सामने आई शब्दों की गलतियों पर माफी मांगते हुए ऐलान किया कि उन्हें संशोधित किया जाएगा। 


यहां 3 वरिष्ठ मंत्रियों ओ.पी. सोनी, सुखजिंद्र सिंह रंधावा और मनप्रीत बादल ने शिक्षा विभाग के स्कूल बोर्ड के उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में संयुक्त प्रैस कान्फैं्रस कर शिअद पर तीखे हमले किए। इस मौके पर पुस्तक से संबंधित सिलेबस एक्सपर्ट भी मौजूद था जिसने स्थिति स्पष्ट की। मंत्रियों ने विवाद के पीछे प्राइवेट पब्लिशरों का हाथ होने की आशंका जताई है। शिक्षा मंत्री सोनी ने दावा किया कि सिलेबस में तबदीली कर पुस्तक से सिख इतिहास को नहीं हटाया बल्कि 4 साहिबजादों समेत अन्य सिख इतिहास भी शामिल किया है। सिर्फ इतिहास को क्रमवार करके आगे-पीछे किए जाने कारण कुछ लोगों ने जानबूझ कर विवाद खड़ा किया है। 


कैबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने कहा कि अब सिख इतिहास की बातें कर रहे हैं परंतु जब इनके समय श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाएं हुई थीं उस समय क्यों चुप रहे। मनप्रीत ने कहा कि बोर्ड एक खुद स्वतंत्र संस्थान है जिसमें सरकार का सीधा दखल नहीं है। अभी तो पुस्तक छपाई अधीन है परंतु कुछ ऐसे लोग विवाद खड़ा कर रहे हैं जिनका इतिहास के साथ कोई लेना-देना नहीं है। 


पंजाब के स्कूलों में गाइडों पर लगेगी पूरी तरह पाबंदी : सोनी
चंडीगढ़ (भुल्लर): पंजाब के स्कूलों में प्राइवेट तौर पर छपी गाइडों और अन्य सहायक पुस्तकों पर भविष्य में पूरी तरह पाबंदी लगेगी। यह ऐलान शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी ने किया।  उन्होंने कहा कि प्राइवेट पब्लिशर ऐसी पुस्तकों के साथ लोगों से भारी लूट करते हैं। वे 400-400 रुपए मूल्य की गाइडें और अन्य सहायक पुस्तकें छापते हैं जबकि सरकारी तौर पर स्कूल बोर्ड द्वारा छापी पुस्तकों की कीमत 90 रुपए तक होती है। 

 

पाठ्य-पुस्तक में 100 प्रतिशत पंजाबी और सिख इतिहास शामिल
मोहाली (नियामियां): शिक्षा विभाग और शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों का दावा है कि पाठ्य पुस्तकों में पहले की अपेक्षा और ज्यादा तथ्य पंजाब के इतिहास संबंधी शामिल किए गए हैं। शिक्षा बोर्ड के एक उच्चाधिकारी का कहना था कि 10वीं कक्षा में इतिहास जरूरी विषय होता है। उन्होंने दावा किया कि 10वीं कक्षा की इतिहास की पुस्तक में 100 प्रतिशत सिख इतिहास ही शामिल किया गया है। ऐसे ही 11वीं कक्षा की विवादित पुस्तक में भी पहले की अपेक्षा और ज्यादा सिख इतिहास शामिल है। 

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