Edited By Vatika,Updated: 06 May, 2019 01:33 PM
पंजाब सरकार द्वारा भगवान परशुराम जयंती के संबंध में सरकारी छुट्टी न किए जाने के कारण हिंदू समाज में काफी रोष पाया जा रहा है। हिंदू समाज ने कहा है कि यदि सत्ता में रही अकाली-भाजपा सरकार उक्त दिवस पर छुट्टी कर सकती है तो मौजूदा कैप्टन की सरकार को इस...
अमृतसर(दलजीत): पंजाब सरकार द्वारा भगवान परशुराम जयंती के संबंध में सरकारी छुट्टी न किए जाने के कारण हिंदू समाज में काफी रोष पाया जा रहा है। हिंदू समाज ने कहा है कि यदि सत्ता में रही अकाली-भाजपा सरकार उक्त दिवस पर छुट्टी कर सकती है तो मौजूदा कैप्टन की सरकार को इस में क्या एतराज है। समाज ने कहा है कि सत्ताधारी सरकार द्वारा जल्द इस संबंध में फैसला न लिया गया तो हिंदुओं को एकजुट होकर इस संबंधी मजबूरन संघर्ष करना पड़ेगा। 7 मई को भगवान परशुराम जयंती आ रही है। हिंदू समाज द्वारा इस दिवस को मनाने के लिए बड़े स्तर पर समागमों का आयोजन किया जाता है।
भगवान परशुराम ब्राह्मणों के ही नहीं बल्कि हिंदू समाज के पूजनीय हैं। कांग्रेस सरकार को हिंदू समाज की भावनाओं को मद्देनजर रखते हुए सरकारी छुट्टी 7 मई को करनी चाहिए। कांग्रेस सरकार में मौजूद हिंदू धर्म के नेताओं को भी इस संबंधी सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। —पंडित सुजीत शर्मा, जिला प्रधान भगवान परशुराम सेना।
पंजाब सरकार हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। यदि हिंदू समाज के गुरुओं और त्यौहारों को सरकार द्वारा नजरअंदाज किया जाएगा तो पंजाब का हिंदू वर्ग सरकार से नाराज हो जाएगा जिसका खमियाजा सरकार को लोक सभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा। —जय गोपाल लाली प्रधान राष्ट्रीयवादी शिव सेना।
पंजाब में हिंदुओं का बड़ा वोट बैंक है। सरकार यदि दूसरे धर्मों को साथ लेकर चलती है तो हिंदू समाज के त्यौहारों को मनाने के लिए भी आगे आए, नहीं तो भविष्य में कांग्रेस को कोई भी मुंह नहीं लगाएगा। —पंडित नरेश धामी प्रधान पंजाब ब्राह्मण कल्याण मंच।