Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 10:01 AM
दीनानगर में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ौतरी करने हेतु नगर वासियों के लम्बे संघर्ष के बाद दीनानगर के गांव सिंगोवाल में वर्ष 2006 में 30 बैड का अस्पताल शुरू हुआ था जिसके उपरान्त दीनानगर में पहले से चल रही डिस्पैंसरी को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए...
दीनानगर (कपूर): दीनानगर में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ौतरी करने हेतु नगर वासियों के लम्बे संघर्ष के बाद दीनानगर के गांव सिंगोवाल में वर्ष 2006 में 30 बैड का अस्पताल शुरू हुआ था जिसके उपरान्त दीनानगर में पहले से चल रही डिस्पैंसरी को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए थे। मगर दीनानगर के कई संगठनों द्वारा संयुक्त तौर पर संघर्ष शुरू कर दिया गया कि दीनानगर बस स्टैंड के निकट चल रही डिस्पैंसरी बंद होने से नगर वासियों को पहले से मिल रही सुविधा बंद हो जाएगी। इसको साथ ही जारी रखा जाए। गरीब लोगों को सिंगोवाल पहुंचने हेतु 40 रुपए रिक्शा किराया खर्च करना पड़ता था।
इन सभी तर्कों को लेकर नगर में पहले से चल रही तत्कालीन डिस्पैंसरी को बहाल करवा दिया गया था जिससे स्थानीय शहरवासियों को फस्र्ट-ऐड के साथ-साथ कई गरीब लोगों की बंद हुई सुविधा पुन: शुरू हो गई थी जोकि लगातार चल रही थी, मगर इतनी देर बाद एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दीनानगर के भीतर चल रही डिस्पैंसरी पर ताला जड़ दिया गया, जिसको लेकर नगर के लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है।
लोगों ने स्वास्थ्य विभाग एवं क्षेत्र की विधायक अरुणा चौधरी से मांग की है कि नगर में चल रही डिस्पैंसरी को पुन: बहाल करवाया जाए जिससे शहरवासियों को प्राथमिक सहायता मिल सके। शिवसेना हिन्दोस्तान द्वारा स्थानीय डिस्पैंसरी में जिला प्रभारी अजय कुमार व सचिव प्रिंस आनन्द की अध्यक्षता में दीनानगर में स्वास्थ्य सुविधाएं तुरन्त बहाल करने हेतु स्वास्थ्य विभाग के विरूद्ध प्रदर्शन किया तथा कहा कि अगर विभाग ने इस डिस्पैंसरी को शीघ्र ही बहाल न किया तो वे संघर्ष के लिए विवश होंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का गरीब व्यक्ति सिंगोवाल अस्पताल में किराए के चक्कर में न पहुंच पाने कारण प्राईवेट डाक्टरों से उपचार करवाने हेतु मजबूर है।