Edited By Vaneet,Updated: 07 Feb, 2019 07:24 PM
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ और 1984 के दंगों के लिए गुरूवार को लोकसभा में कांग्रेस पर जमकर ...
नई दिल्ली/चंडीगढ़: केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ और 1984 के दंगों के लिए गुरूवार को लोकसभा में कांग्रेस पर जमकर हमला किया।
कांग्रेस ने की अल्पसंख्यक सिख समुदाय को नष्ट करने की कोशिश
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पर जारी चर्चा के दौरान बादल ने कहा कि आज कांग्रेस अल्पसंख्यकों के हित की बात करती है, लेकिन वास्तव में एक समय कांग्रेस ने अल्पसंख्यक सिख समुदाय को नष्ट करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा ‘‘हमारे धार्मिक स्थानों पर टैंकों और तोपों से हमले किए गए। सिख समुदाय को नष्ट करने के लिए उनके कत्लेआम की खुली छूट दे दी गई और अब कांग्रेस कातिलों को बचाने में जुटी है।’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 1984 दंगों के एक मामले में पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सजा हुई जबकि कांग्रेस ने उल्टे दंगे के एक अन्य आरोपी को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया है।
कांग्रेस ने किया पंजाब के लोगों के साथ धोखा
किसानों की कर्ज माफी को कांग्रेस का झूठ करार देते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में पार्टी की सरकार बने डेढ़ साल हो गए लेकिन वहां किसानों का ऋण अब तक माफ नहीं हुआ है। राज्य में दो साल में 700 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सरकार ने हर किसान की आत्महत्या पर परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा तथा एक सदस्य को नौकरी का वादा किया था, लेकिन किसी को न तो मुआवजा मिला न ही नौकरी। बादल ने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। इन तीनों राज्यों में भी सरकार बने दो महीने हो गए हैं और अब तक किसी का कर्ज माफ नहीं किया गया है।
हरसिमरत ने की मोदी सरकार की तारीफ
उन्होंने 10 करोड़ परिवारों के लिए पांच लाख रुपए सालाना तक के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना के लिए मोदी सरकार की तारीफ की और इसे लागू नहीं करने के लिए पंजाब सरकार की खिंचाई की। पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आज अंधकारमय वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत चमकदार सितारे की तरह है। वह दुनिया की सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था है तथा कारोबार की आसानी की रैंकिंग में लंबी छलांग लगाकर वह 77वें स्थान पर पहुंच चुका है।