Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Sep, 2020 03:04 PM
उन्होंने कहा कि पहले तो वे हाथ जोड़ते थे लेकिन अब दिल्ली की दीवारें हिला देंगे और किसानों के हकों के लिए लड़ेंगे और इंसाफ लेकर..........
तलवंडी साबो: केंद्र की कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद आज हरसिमरत कौर बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल तख्त श्री दमदमा साहिब में नतमस्तक हुए हैं। इस मौके हजारों की संख्या में अकाली वर्कर भी यहां पहुंचे। अपने संबोधन दौरान हरसिमरत कौर बादल ने विरोधी पार्टियों पर जम कर निशाने साधे। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कैप्टन अमरेंदर सिंह कृषि बिलों के बारे में सब कुछ जानते थे और राज्य के मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही यह बिल लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंदर सिंह बिलों को लेकर बनाई गई नई कमेटी में शामिल थे।
उन्होंने कहा कि पहले तो वे हाथ जोड़ते थे लेकिन अब दिल्ली की दीवारें हिला देंगे और किसानों के हकों के लिए लड़ेंगे और इंसाफ लेकर दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि नए बिलों के विरोध की शुरुआत अकाली दल की ओर से की गई है। जब पार्लियामेंट में वोट डालने का समय आया तो कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी भी बाहर चली गई और फिर उन्होंने और सुखबीर बादल ने इन बिलों का विरोध किया। नए बिलों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है।
किसानों के हकों के लिए कुर्सी को मारी ठोकर
उन्होंने कहा कि जब उन्हें इन बिलों के बारे में पता चला तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को इन बिलों के बारे में बताया और कहा कि इन बिलों से किसानों को बहुत नुक्सान होगा। उन्होंने बताया कि लगातार दो महीने वह कोशिशें करती रहीं और जब देखा कि कोई सुनवाई नहीं हो रही तो पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने विरोध करने का मन बनाया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनके किसानों के विरुद्ध काला कानून लेकर आ रही है तो लाहनत है ऐसी कुर्सियों को और कुर्सी को ठोकर मारते हुए उन्होंने किसानों के साथ खड़े होने का फैसला किया और इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि वे हमेशा ही किसानों के साथ खड़े हैं। बीबी बादल ने कहा कि जब अपने हक की बात आती है तो फिर चाहे कोई बहन हो चाहे भाई, सड़कों पर उतर आएगा और फिर चाहे पंजाब सरकार हो या फिर कितनी भी बड़ी ताकतवर सरकार हो उसे झुकना ही पड़ेगा।