Edited By Mohit,Updated: 12 Jul, 2019 06:56 PM
हंगी बिजली के मुद्दे पर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में अकाली दल (बादल) की तरफ से लगाए धरने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने हल्ला बोलते न केवल महंगी बिजली के लिए..............
मोगा (गोपी): महंगी बिजली के मुद्दे पर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में अकाली दल (बादल) की तरफ से लगाए धरने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने हल्ला बोलते न केवल महंगी बिजली के लिए सीधा सुखबीर सिंह बादल को जिम्मेदार ठहराया, बल्कि चौक में खड़े होकर बादलों और कैप्टन सरकार के विरुद्ध पर्चे बांटे।
इस अवसर पर विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, विधायक मीत हेयर, पूर्व संसद मैंबर प्रो. साधू सिंह, हलका अध्यक्ष नवदीप सिंह संघा और जिलाध्यक्ष एडवोकेट नसीब सिंह बावा और अन्य स्थानीय लीडरशिप उपस्थिथ थी। इससे पहले प्रैस कान्फ्रेंस में हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि उनकी तरफ से विधान सभा में लाए कॉल अटेंशन प्रस्ताव पर कांग्रेसी विधायक और पूर्व बिजली मंत्री ने राणा गुरजीत सिंह ने भी यह बात कबूल करते हुए सदन को बताया कि था कि गलत समझौते और शर्तों के कारण 25 सालों में पंजाब को 62500 करोड़ रुपए इन तीनों निजी थर्मल प्लांटों को देने पड़ रहे हैं। चीमा ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल ही बिजली माफिया का सरगना है।
मीत हेयर ने कहा कि बिजली कंपनियों के साथ पहले बादलों ने कमीशन बांधा हुआ था, अब मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और कांग्रेसी उस के हिस्सेदार बन गए हैं। इसलिए ही कैप्टन सरकार बिजली कंपनियों के साथ बादलों की तरफ से किए नाजायज समझौते रद्द करने के चुनावी वायदे से ही भाग गए हैं। हरपाल सिंह चीमा और मीत हेयर ने मांग की है कि पंजाब में दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह बिजली सस्ती की जाए, प्राईवेट बिजली कंपनियों के साथ किए समझौते तुरंत रद्द किए जाएं।